आजमगढ़. : जिला सहकारी बैंक कर्मियों ने आरबीआई के निर्णय 14 नवम्बर जिसमें पांच सौ एवं एक हजार रुपये के प्रतिबंधित नोटों को बैंक में जमा कराये जाने की योजना से सभी जिला सहकारी बैंकों को बाहर रखा गया है। उक्त निर्णय के विरूद्ध जिला मुख्यालय पर धरना एवं प्रदर्शन किया धरने को संबोधित करते हुए यूनिट मंत्री चंडिका नन्दन सिंह ने बताया कि केंद्रीय संगठन एआईसीबीएफ एवं एआईबीए के आह्वाहन पर 25 नवम्बर को पूरे देश में सहकारी बैंकों में पूर्ण हड़ताल है। श्री सिंह ने कहा कि हमारे बैंक में 2.37 लाख खाताधारक हैं जिसमें से अधिकांश ग्रामीण अंचल के निवासी हैं खाताधारकों की बहुत बड़ी संख्या निर्धन किसानों और छोटे उद्यमियों की है। इन किसानों का खाता केवल जिला सहकारी बैंकों में ही है। इससे किसानों को अकल्पनीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आरबीआई के गवर्नर एवं वित्त मंत्री भारत सरकार को सहकारी बैंको को राष्ट्रीय विकास की योजना से बाहर किये जाने के निर्णय को संशोधित करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया है। धरने में हरीराम यादव, राजरानी विष्ट, धीरेंद्र सिंह, रघुनाथ राम, विनीत कुमार सिंह, राजेश सिंह, दीनानाथ, प्रदीप कुमार सिंह, गोकरन नाथ पांडेय, सर्वेश श्रीवास्तव, उमाशंकर, अच्छे लाल, सत्य प्रकाश सिंह, भूपेंद्र नरायन चौबे, जगधारी यादव, केदार यादव, राम हरी यादव, राम चंद्र यादव, राम समुझ सिंह, सुदर्शन प्रसाद, विद्यासागर चौबे आदि उपस्थित रहे।
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