आजमगढ़ : प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए एनएचएम कर्मियों ने बुधवार को सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। इसके बाद अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्य चिकित्साधिकारी को सौंपा। धरने को संबोधित करते हुए एनएचएम कर्मियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस बार भी सरकार नहीं चेतती है और संविदाकर्मियों की जायज मांग को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया तो प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर संघ की हड़ताल का बुरा असर होगा। इसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का शोषण अब बर्दाश्त नहीं होगा। अगर ऐसा ही चलता रहा तो प्रदेश सरकार को विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ सकती है। प्रदेश सरकार की ओर से पूर्व में उनकी मांगों के बावत किए गए आश्वासन कोरे साबित होते हैं। इसके चलते आज सभी कर्मी एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करने हेतु इकट्ठा हुए है। प्रदेश नेतृत्व द्वारा आयोजित लखनऊ में आयोजित धरना व बाद में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा का समर्थन करते हुए सभी स्वास्थ्य संविदा कर्मियों ने मांगे पूरी होने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया।
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