आजमगढ़: इस वैज्ञानिक युग में भी लोग झाड़-फूंक पर आंख मूदकर विश्वास करते है और इसी का नतीजा रहा कि सर्पदंश से हुई महिला की मौत के बाद झाड़ फूंक के चक्कर में एक वृद्ध भी सर्पदंश का शिकार हो गया। मिली जानकारी के अनुसार मेहनगर थाना क्षेत्र के देवईत गांव निवासी उर्मिला (22) पत्नी परविन्द चैहान की रविवार की शाम सर्पदंश से मौत हो गयी। ग्रामीणों की सलाह पर महिला को जिन्दा करने के लिए उसके शव को परिजन गाजीपुर जिले में स्थित सती स्थान पर ले गये। जहां कोई फायदा न होने पर उसे वापस घर ले आये और सोमवार की सुबह उसे दाहसंस्कार के लिए वाराणसी ले जाने की तैयारी में जुट गये थे । लेकिन एक बार फिर लोगों की सलाह पर मृत महिला को जिन्दा करने के लिए गम्भीरपुर थाना क्षेत्र के मुहम्मदपुर से एक सपेरे को बुलाकर लाया गया। सपेरा पहुंचा और बीन बजाकर सांप को बुलाने लगा। इस दौरान एक सांप निकला और एक मिटटी के टीले में जा पहुंचा। उस सांप को पकड़ने के लिए रामचन्द्र चौहान (60) पुत्र स्व0 श्याम नरायन चौहान पहुंचा और उसने सांप को पकड़ लिया। बौखलाये सांप ने इस व्यक्ति को भी डस लिया। आनन-फानन में उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत चिन्ताजनक बनी हुई है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि इन सब के बावजूद मृत महिला जिन्दा तो नही हुई लेकिन इस झाड़-फूंक के चक्कर में एक वृद्ध भी सर्पदंश की चपेट में आ गया।
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