आजमगढ़। संस्कृत दिवस के अवसर पर श्री अग्रसेन महिला महाविद्यालय में सोमवार को गीता श्लोक पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में स्नातक एवं स्नातकोत्तर की छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. प्रिया मुखर्जी तथा संयोजिका की भूमिका डॉ. श्रीमती बन्दना द्विवेदी द्वारा निर्वहन किया गया। कार्याक्रम के प्रारम्भ में नीतू यादव, रंजना, गुंजना द्वारा सरस्वती गान किया गया और दीप प्रज्वलन का कार्य विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित मुख्य अतिथि पं. सहदेव पाण्डेय सांकृत्यायन द्वारा किया गया। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. बन्दना द्विवेदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि गीत सृष्टि का आदर्श शास्त्र है और इसमें जीवन की हर समस्या का समाधान, चाहे सैद्वान्तिक हो या व्यवहक इसमें निहित है। यह विधा मनुष्य को कर्म करने का उपदेश देती है और यही कर्म का सिद्धांत गीता का वास्तविक धर्म है। गीता श्लोक पाठ में प्रथम स्थान पर नीतू यादव एमए प्रथम वर्ष को प्रमाण पत्र तथा पुरस्कार में उत्तर रामचरितम की पुस्तक प्रदान की गयी। द्वितीय स्थान पर रंजना यादव रही जिनकों प्रमाण पत्र के साथ संस्कृत निबन्ध की पुस्तक पुरस्कार में दी गयी। इसी क्रम में तृतीय स्थान प्राप्त रंजना यादव को प्रमाण पत्र के साथ शिव महिमास्त्रोत नामक पाठ्य पुस्तक पुरस्कार स्वरूप दी गयी। दो सांत्वना पुरस्कार नम्रता विश्वकर्मा द्वितीय वष को तथा गीता यादव तृतीय वर्ष को प्रदान किया गया । इसमें भी प्रमाण पत्र के साथ अभिज्ञान शाकुन्तलम एवं शिवराज विजयम नाम कालजयी पुस्तकें प्रदान की गयी। इस कार्यक्रम के अवसर पर सितार प्रवक्ता डॉ. निशा यादव, शारीरिक शिक्षा की प्रवक्ता डॉ. अर्पिता मिश्रा, एवं बीएड संकाय के डॉ. मदन गोपाल जी डॉ. गरिमा अग्रवाल तथा अन्य शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रही। अन्त में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. निशा यादव के द्वारा किया गया।
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