आजमगढ़ : जनपद वासियों को शुक्रवार की सुबह हैरतअंगेज़ खबर सुनने को मिली , करोड़ों की लागत से बना इटौरा के मंडलीय कारागार की तमाम सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए हत्या के मामले में निरुद्ध तीन कैदी फरार होने में कामयाब रहे। गुरूवार की रात ये तीनो कैदी नयी नवेली और प्रदेश की सबसे सुरक्षित और आधुनिक जेल की 25 फ़ीट ऊँची दीवार फांद कर फरार हो गए। रात में जब कैदियों की गिनती हो रही थी तभी तीन के कम होने की बात सामने आयी, जेल प्रसाशन के तो हाथ पाँव फूल गए । घटना की जानकारी जिला प्रशासन को दी गयी तो हड़कंप मच गया। मौके पर एसपी, एडीएम प्रशासन समेत अन्य अधिकारीगण पहुचे और जांच में जुटे गए । संभावना जताई जा रही है कि कैदियों ने जेल में लगी गैस पाइप लाइन की पाइप को तोड़कर उनका इस्तेमाल दीवार को फांदने में किया है । गौरतलब है कि इसी वर्ष मई माह में ही आजमगढ़ ज़िला मुख्यालय से करीब 13 किमी दूर गाज़ीपुर मार्ग पर इटौरा में अत्यंत आधुनिक और सभी प्रकार के सुरक्षा उपकरण से लैस इस जेल में पुराने जेल से कैदियों को शिफ्ट किया गया था। इसका लोकार्पण सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने किया था। तब मंत्रियों और अधिकारियों का दावा था की इस जेल में बिना इजाजत परिंदा नहीं है।लेकिन यहां की 25 फुट की दीवार ह्त्या व लूट के आरोप में बंद तीन कैदियों चंद्रशेखर, जीतेन्द्र व प्रकाश सभी निवासीगण गाज़ीपुर जनपद के सामने बौनी साबित हुई। तीनों आजमगढ़ के मेंहनगर थाना क्षेत्र में करीब ढाई साल पहले पुजारी की हत्या के मामले में दो साल से बंद थे। फरार कैदियों के अलावा दो अन्य भी इसी मामले में बंद थे। अनुमान लगाया जा रहा है की जेल परिसर में फिलहाल अनुपयोगी गैस पाईप को दीवार से अलग कर आपस में बांधकर दीवार के बराबर लंबा कर दिया गया और इसी के सहारे दीवार लांघा गया । इस पूरे कारनामे की भनक यहां के किसी अधिकारी व कर्मी को नहीं लगी यह बड़ी बात है। रात में ही जांच को पहुंचे पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने कहा कि फिलहाल अभी मामले की जांच की जा रही है और कई पुलिस टीमों को आजमगढ़ रेलवे स्टेशन, रोडवेज स्टेशन समेत अन्य स्थानों पर लगा दिया गया। सभी थानों ख़ास कर गाज़ीपुर जनपद से सटे थानों को एलर्ट कर दिया गया।
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