आजमगढ़ : नवागत मंडलायुक्त जिला अस्पताल का हाल जानने के लिए शनिवार को मातहतों के साथ आ धमकीं। अचानक उनके पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल की ओपीडी सेवा में कार्यरत चिकित्सक पलक झपकते ही बावर्दी नजर आने लगे। अस्पताल परिसर में व्याप्त गंदगी को भी हटाने में कर्मचारियों में होड़ मच गई। मंडलायुक्त ने अस्पताल के वार्डों का निरीक्षण किया और वहां व्याप्त दुर्व्यवस्था को देख प्रमुख चिकित्साधीक्षक पर बिफर पड़ीं। उन्होंने तत्काल अस्पताल की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया। बता दे कि मंडलायुक्त नीलम अहलावत व एडीएम प्रशासन आशुतोष द्विवेदी शनिवार को दिन में जिला अस्पताल परिसर में पहुंच गए। मंडलायुक्त से अस्पताल पहुंचने की खबर पाते ही चिकित्सकों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। मंडलायुक्त पहले अस्पताल के हड्डी रोग वार्ड में पहुंचीं। वहां उमसभरी गर्मी में बेहाल मरीजों को देख उन्होंने उनकी पीड़ा समझा और निरीक्षण के दौरान साथ रहे एसआइसी डा. बी राम को वार्ड में कूलर एवं वेंटिलेशन की व्यवस्था दुरुस्त कराने का निर्देश दिया। इसके बाद वह अस्पताल के ऊपरी तल पर स्थित कुपोषण वार्ड में पहुंचीं। यहां मरीजों के भर्ती रजिस्टर पर चार मरीजों की अनुपस्थिति पर उन्होंने वार्ड के प्रभारी से जानकारी ली। नागपंचमी पर्व का हवाला देते हुए बताया गया कि वार्ड में भर्ती कुपोषित बच्चों की मां पर्व मनाने के लिए अपने घर चली गई हैं। इस पर उन्होंने वार्ड प्रभारी को कड़ी फटकार लगाई। मंडलायुक्त ने अस्पताल परिसर के पीछे स्थित स्टाफ नर्सों के आवासीय परिसर का भी निरीक्षण किया। रास्ते पर हुए जल-जमाव को देखते हुए उन्होंने एसआइसी को व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा। निरीक्षण के दौरान अस्पताल के शौचालयों को जाम होने की जानकारी पाकर मंडलायुक्त की भृकुटी तनी और वहां मौजूद अस्पताल प्रशासन से जुड़े लोग बगले झांकने लगे। निरीक्षण के दौरान अस्पताल व्यवस्था पर असंतोष जाहिर करते हुए मंडलायुक्त मातहतों के साथ वहां से निकल गईं।
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