निजामबाद :आजमगढ़ : नक्सली हमले में शहीद सिनोद कुमार का पार्थिव शरीर आज आजमगढ़ लाया गया। जिले के मंदुरी हवाई पटटी पर वायुसेना का हेलीकाप्टर जैसे ही उतरा वहां पर उपस्थित लोगों की आंखे नम हो गयी। शव को जिले के पुलिस अधीक्षक ए0के0 साहनी, प्रभारी जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र वर्मा ने कंधा दिया तथा पुलिस के जवानो ने सलामी दी। मंदुरी हवाई पट्टी पर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के रूप में माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर शहीद को श्रद्धान्जली दी। इस दौरान उन्होने कहा कि हमने इस हमले में देश का एक सपूत खो दिया। जिसकी भरपाई मुश्किल है। उन्होने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया। इसके बाद शहीद सिनोद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक घर निजामाबाद थाने के गौसपुर में लाया गया शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया, परिजनों का करून क्रंदन सुनकर सभी की आंखें भर आई। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए अधिकारीयों के साथ ही जनप्रतिनिधियों का भी ताँता लगा रहा और दलीय सीमा तोड़ सभी ने एक साथ शहीद को अंतिम प्रणाम किया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी, प्रभारी जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र वर्मा, पूर्व सांसद डा0 बलिराम, विधायक आजम बदी आजमी, सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव सहित हजारों की संख्या में क्षेत्र के लोग मौजूद थे। बुधवार की दोपहर जैसे ही शहीद का शव घर पहुंचा। एक बार फिर माहौल कारुणिक हो गया। परिजनों व गांव के लोगों की चीख सुन वहां मौजूद हर कोई फफक पड़ा। दरवाजे पर अंतिम दर्शन के लिए रखे गए शव से लिपटकर विलाप कर रही पत्नी को शांत कराने के लिए लोगों की हिम्मत जवाब दे जा रही थी। यही हाल शहीद की मां व बहनों का भी रहा। किसी तरह लोगों ने उन्हें शव के पास से हटाया। अंतिम दर्शन के लिए उमड़े लोगों के सजल नयन देख यह एहसास हो रहा था मानो सिनोद की शहादत पर पूरा क्षेत्र रो रहा हो।। अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ के बीच चहुंओर सिनोद की चर्चा रही। सिनोद की शहादत पर मानो लोग स्वयं को गर्वान्वित महसूस कर रहे थे। नतीजा यह रहा कि शव जैसे ही गौसपुर घूरी गांव पहुंचा तो उपस्थित जनसमूह में श्रद्धांजलि देने के लिए होड़ मच गई। शहीद के शव के साथ आए जवानों से लोग पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेना चाह रहे थे। सीआरपीएफ जवान भी इशारे में लोगों से सब कुछ कह दे रहे थे। जवानों ने भी साथी की शहादत का गम साफ झलक रहा था। जवानों ने अपने साथी को सलामी दी। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने कहा कि राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। उन्होंने कहा की इस दुःख की घड़ी में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन इनके परिवार के साथ है। प्रभारी जिलाधिकारी महेन्द्र वर्मा ने कहा कि शहीद के जज्बे को हम सलाम करते है और इस स्थान को उनके स्मारक के रूप में विकसित किया जायेगा। निजामबाद का गौसपुर गांव में जैसे ही शहीद सिनोद का शव पहुंचा वहां मौजूद हजारो लोगो ने भारत माता की जयकारो के साथ सिनोद के शव को देखने के लिए उमड़ पड़े। परिवार वालो का रो-रोकर बुरा हाल था तो वही जिला प्रशासन के साथ ही सीआरपीएफ के डीआईजी रविन्द्र सिंह ने इस दुःख की घड़ी में परिवार को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।
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