आजमगढ़.: साइबर अपराध के जरिये लोगों को करोड़ो का चुना लगा चुके अन्र्तराज्यीय साइबर अपराधियों के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए आजमगढ़ पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफतार कर लिया। गिराह के अन्य लोगों की गिरफतारी के लिए पुलिस प्रयासरत है। उक्त अपराधी यूपी ही नही बिहार, झारखंड, दिल्ली आदि राज्यो के लोगों को भी करोड़ो रूपये का चुना लगा चुके है। पुलिस की माने तो यह प्रतिदिन फेक एकाउन्ट के जरिये लाखो रूपये की हेराफेरी करते थे। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने अपने कार्यालय पर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि एक सिपाही अश्वनी कुमार मिश्रा को इन लोगों ने काल करके धोखे से एटीएम कार्ड नम्बर व गोपनीय नम्बर प्राप्त कर आनलाईन पेमेन्ट गेटवे के जरिए उनके एस0बी0आई0 बैंक के खाते से कुल चार दिनों में 2 लाख 50 हजार रूपये निकाल लिये थे। इस सम्बन्ध में पीड़ित सिपाही ने अतरौलिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इन साइबर अपराधियों की तलाश में पुलिस टीम व साइबर सेल लग गयी थी और आखिरकार जनपद पुलिस को सफलता हाथ लग ही गयी और अतरौलिया थाने की पुलिस ने बिहार प्रान्त के बेगुसराय जिला के बरौनी थाना क्षेत्र के महना गांव निवासी सगे भाई अभिनव कुमार व अविनाश कुमार पुत्रगण शिव कुमार सिंह तथा तेरहा पाई टोला निवासी विकास कुमार पुत्र रोमशंकर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह इनका गिरोह बहुत लम्बा है और यह लोग अन्य प्रान्तो के फेक आईडी पर सिम प्राप्त करके लोगों को अपने आप को बैंक का मैनेजर आदि बताकर धोखे से एटीएम कार्ड नम्बर व गोपनीय नम्बर प्राप्त कर इंटरनेट का प्रयोग करके आॅनलाईन पेमेन्ट गेटवे (मोबिकविक, पेटीएम, बिलडेस्क आदि) की यूजर आईडी एवं पासवर्ड बनाते थे और मोबाईल रिचार्ज, टी0वी0 रिचार्ज, एवं आॅनलाईन शापिंग का काम करते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह कई वर्षो से इस अपराध में लिप्त है और आम जनता, अधिकारियों सहित उ0प्र0, बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश व दिल्ली सहित अनेक प्रदेशों के सैकड़ों लोगों को करोड़ों का चूना लगा चुके है। पुलिस ने इनके पास से साइबर अपराधों में प्रयुक्त पासबुक, बैंक स्टेटमेन्ट आदि बरामद किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस गैंग में अभी और लोग भी शामिल है उनकी तलाश भी की जा रही है और जो लोग भी इसमें दोषी पाये जायेंगे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।
Blogger Comment
Facebook Comment