आजमगढ़ : 21 जुलाई 2016 : कृषि विभाग द्वारा प्रत्येक माह के तृतीय बुधवार को जनपद स्तर पर आयोजित होने वाला किसान दिवस कृषि भवन सिधारी के सभागार में उप कृषि निदेशक डा0 आर0 के0 मौर्य अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए उप कृषि निदेशक द्वारा आये हुए समस्त विभागीय अधिकारियों एवं आगंतुक कृषिकों का अभार प्रकट किया एवं मौसम के अनिश्चिता को दृष्टिगत रखते हुए उडद के प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हुए रू0 6700.00 प्रति हेक्टेयर की दर से कृषि निवेश के रूप में दिये जाने वाले अनुदान के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान किया गया। कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के सन्दर्भ में उपस्थित कृषकों को जानकारी प्रदान की गयी तथा सिंचन क्षमता के उपयोग के सम्बन्ध में कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारं में जानकारी प्रदान करते हुए विभिन्न प्रकार के सिंचाई पाईप एवं स्प्रिंकलर सेट पर उपलब्ध अनुदान के बारे में जानकारी देते हुए रू0 50.00 प्रतिमीटर एच0डी0पी0ई0 पाईप, रू0 35.00 प्रतिमीटर पी0वी0सी0 पाईप, रू0 20.00 एच0डी0पी0ई0 लैमिनेटेड पाईप पर अधिकतम रू0 15000.00 प्रति कृषक अनुदान के साथ अन्य कृषि निवेशों पर देय अनुदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। उप कृषि निदेशक द्वारा कृषकों की समस्याओं को शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर स्थानीय स्तर पर निस्तारित किये जाने का निर्देश प्राविधिक सहायकों को दिया गया है। कृषकों से उन्होंने अपील की कि स्थनीय स्तर पर समस्याओं का निराकरण सम्बन्धित कार्मिक द्वारा न किये जाने की स्थिति में जनपद स्तर के अधिकारियों को शिकायत दर्ज करायें। कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी वसन्त कुमार दुबे ने कृषि निवेशों के उपलब्धता के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए जिंक सल्फेट एवं सूक्ष्म तत्व की उपयोगिता एवं अनुदान के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 रणधीर नायक द्वारा अरहर की खेती के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए अरहर की मेड़ पर बुआई के लाभ के साथ दलहनी फसलों में खरपतवार नियन्त्रण तथा जिप्सम एवं सल्फर के उपयोग से फसलों में रोग प्रतिरोधक क्षमता एवं उत्पादन के प्रभाव पर भी विस्तृत चर्चा की गयी। जैव उर्वरकों के प्रयोग के सन्दर्भ में जानकारी प्रदान करते हुए ट्राइकोडर्म के द्वारा भूमि शोधन, बीज शोधन के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 बी0के0 सिंह द्वारा वर्षा ऋतु में पशुओं में सुरक्षात्मक टीके के बारे में एवं सामयिक पशुओं लगने वाले रोग बीमारियों के बचाव की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में विकास खण्ड पल्हनी के कृषको श्री राजेश यादव द्वारा बताया गया कि मैंने 1.5 मीटर का फील्डकिंग का रोटावेटर रू0 90000.00 में क्रय किया था जिसके अनुदान प्राप्त करने की प्रक्रिया पुर्ण करते हुए रू0 35000.00 का अनुदान प्राप्त किया हॅू एवं गत दो वर्षो में प्रतिवर्ष रू0 75-80 हजार किराये पर संचालित करते हुए आय अर्जित कर अपनी पारिवारिक स्थिति को सुढृढ़ किया हॅू। गोष्ठी में विकास खण्ड पल्हनी से आये हुए 76 कृषक एवं अन्य विकास खण्डों से आये हुए कुल कृषकों को सम्मिलित करते हुए कुल 106 कृषकगण इस कार्यक्रम से लाभान्वित हुए। कार्यक्रम के समापन सत्र में उप कृषि निदेशक द्वारा कृषकों को अश्वस्त किया गया कि जिन विभागों के अधिकारीगण नहीं आये हैं उनकी उपस्थिति जिलाधिकारी के माध्यम से सुनिश्चित की जायेगी।
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