आजमगढ़। जिला प्रगतिशील लेखक संघ एवं सबके दावेदार के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय प्रीमियर पब्लिक स्कूल के सभागार में मुंशी प्रेमचन्द्र जयन्ती की पूर्व संध्या पर इक्कीसवी सदी और प्रेमचन्द्र विषयक संगोष्ठी का आयोजन प्रो. परशुराम पाल की अध्यक्षता से सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य वाणिज्य अधीक्षक ने शिरकत की तथा संचालन पंकज गौतम ने किया। संगोष्ठी में संघ के जिलाध्यक्ष लालसा लाल तरंग की तीन एवं डॉ. प्रगति श्रीवास्तव की एक पुस्तक का लोकार्पण किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. परशुराम पाल ने मुंशी प्रेमचन्द्र की रचना धर्मिता एवं उनके साहित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। आरएन सिंह ने प्रेमचन्द्र साहित्य मनोविज्ञान की स्पष्ट झलक का दर्शन कराया। प्रो. वशिष्ठ अनूप ने लालसा लाल तरंग के गीत नवगीत पर प्रकाश डालते हुए प्रेमचन्द्र के विचार और संपादकीय दृष्टि पर चर्चा की। डॉ. कमलेश वर्मा ने प्रेमचन्द्र की कहानियों को आमआदमी के सरोकारों से जोडने का प्रयास किया। पंकज गौतम ने प्रेमचन्द्र के उपन्यासों पर विशद चर्चा की। राकेश त्रिपाठी ने प्रेमचन्द्र के विचारो को तथा लालसा लाल तरंग के उनके नाटकों को प्रासंगिक बताया। संगोष्ठी के डॉ. राजाराम सिंह, डॉ. मनोज श्रीवास्तव, सुरेन्द्र कुमार, सुरेश सरोज, वीसी यादव, गणेश प्रताप पाठक ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के अध्यापकों ने सार्थक योगदान किया। अन्त में प्राचार्य जीपी पाठक ने स•ाी के प्रति आ•ाार प्रकट किया।
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