राहुल प्रेक्षागृह में गुरू पूजा महोत्सव का हुआ आयोजन आजमगढ़। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा सिधारी स्थित राहुल प्रेक्षागृह में शुक्रवार को गुरू-पूर्णिमा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों श्रद्वालुओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के संयोजक स्वामी ब्रहमेशानन्द ने अपने सम्बोधन में कहा कि भौतिकता की माया में उलझे लोग गुरू महात्म्य को जा रहे हैं। मानव जीवन में सदगुरू का होना आवश्यक है। सद्गुरू के बगैर मनुष्य कर्माें के भाग्य से चौरासी लाख योनियों में जन्म लेता रहता है उसे जन्म-मृत्यु की पीड़ा से मुक्ति नहीं मिलती है सदगुरू सुकर्मों व सौभाग्य से प्राप्त कर्मयोनि मानव शरीर में जीव को संस्कारित करते हुए उसके वर्तमान एवं पूर्व के सुकर्म व कुकर्माें को ज्ञानाग्नि प्रज्जवलित कर भविष्य उज्जवल कर देता है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करते हुए उसे परमेश्वर से जोड़ देता है। स्वामी अर्जुनानन्द ने पाखण्ड की आलोचना करते हुए कहा कि हमें सावधानी पूर्वक सदगुरू की तलाश करनी चाहिए अन्यथा मुक्ति की जगह मोह माया का बन्धन अधिक जटिल हो जाता है। कार्यक्रम का संचालन प्रबुद्वानन्द ने किया। महोत्सव में जोखू साहू, कैलाश प्रसाद, गोपाल जी, कान्ता प्रसाद, केशव प्रसाद, संतोष जी , प्रहलाद सिंह, लकी कन्हैया, उमेश, पवन, शिव कु मार, मुंशी बाबा, आशू, अमित, आशीष, बिन्दू, ममता सिंह, मीरा, उषा, शान्ति देवी, किरन सिंह, उर्मिला, संगीता, गीता देवी, रीता सिंह, ममता , रंजना, लक्ष्मी, तारादेवी, सीताराम, कृष्ण, मुन्ना सिंह, प्रकाश जी, नन्दलाल जी आदि लोगों ने प्रमुख रूप से योगदान किया।
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