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शहरी कचरों से है तमसा को खतरा -तमसा बचाओं आन्दोलन

आजमगढ़। तमसा बचाओं आन्दोलन के तत्वाधान में  चकगोरया में ब्रम्ह बाबा के निकट कार्यकर्ताओं द्वारा तमसा की  सफाई की गयी जिसमें ग्रामवासियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
तमसा बचाओं आन्दोलन के संयोजक डां सुजीत भूषण  ने ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि  तमसा में औद्योगिक उत्प्रवाह और नगरीय जल-मल के कारण तमसा की स्थिति इतनी खराब हो गयी है कि मात्र 3 कि मी दूर गौरीशंकर घाट तक जाते-जाते तमसा दम तोड़ देती है। गौरी शंकर घाट पर तमसा का पानी नाले में तब्दील हो गयी है। इसी कारण नगर के कदमघाट , गौरीशंकर घाट, दलालघाट आदि पुराने और उपयोगी घाट वीरान होते जा रहे है। यहाँ तमसा के जल में कोई स्नान तो दूर उसमें हाथ नहीं डालना चाहता।   डा0शिवा नन्द यादव ने कहा कि तमसा को बचाने के लिए शासन प्रशासन गम्भीर  नहीं है अन्यथा नरौली से लेकर राजघाट तक तमसा के किनारे कूड़ों का अम्बार देखने को नहीं मिलता। जगह-जगह नाले उड़ेले नहीं जाते। इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव, राधेश्याम यादव, पारस, बालेदीन कृष्णनन्द यादव, इन्दल यादव, हरेन्द्र यादव, राजपति यादव, प्रमोद सोनकर, नजीर अहमद मंसूरी, अभय  यादव, आदि शामिल थे

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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