कहा : वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा का हो सकता है नुकसान
आजमगढ़। भाजपा नेता व पूर्व सांसद रमाकान्त यादव ने शुक्रवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस कान्फ्रेन्स में कहा कि मऊ जनपद में आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जो वक्तव्य दिया है उस वक्तव्य से पिछड़े वर्ग के लोगों में घोर निराशा व असंतोष व्याप्त है। केन्द्रीय गृह मंत्री के वक्तव्य से पिछड़े वर्ग के लोगों को बाँटने की साजिश नजर आने लगी है। विगत 2014 के लोकसभा चुनाव में पूरा का पूरा पिछड़ा वर्ग एक जुट होकर पिछडे वर्ग के नेता नरेन्द्र मोदी जी को पूर्ण बहुमत से प्रधानमंत्री बनाया जब कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी माननीय राजनाथ सिंह की योजना बिहार, उड़ीसा व उत्तर प्रदेश के अपने परम् मित्र मुलायम सिंह यादव के सहयोग से स्वयं प्रधानमंत्री बनना चाहते थे। माननीय रमाकान्त यादव ने बताया कि केन्द्रीय गृहमंत्री माननीय राजनाथ सिंह की छवि केन्द्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री होने के बावजूद पिछड़ा वर्ग विरोधी रही है। उ0 प्र0 के मुख्यमंत्री रहते हुए इन्होंने पिछड़े समाज को बाँटने की कोशिश किया जिसका खामियाजा बाद के दिनों में भाजपा को भारी पड़ा जब कि 1991 में पिछड़े वर्ग के नेता माननीय कल्याण सिंह के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी थी और कल्याण सिंंह के ही नेतृत्व में सन् 1993 में भाजपा ने 177 तथा 1997 में 176 सीटें प्राप्त की लेकिन वर्ष 2002 के आम चुनाव में राजनाथ सिंह जी के नेतृत्व में 86 तथा वर्ष 2007 में 55 तथा वर्ष 2012 के आम चुनाव में 44-45 सीटों में सिमट गयी। माननीय राजनाथ सिंह की वजह से माननीय कल्याण सिंह को पार्टी छोड़ना पड़ा जिससे पूरा पिछड़ा वर्ग पार्टी से हट गया। पूर्व सांसद मा0 रमाकान्त यादव ने कहा कि सरकारी नौकरियों में उच्च पदों पर व उच्च शिक्षण संस्थानों में पिछड़े वर्ग की कितनी भागीदारी है और पिछड़े वर्ग की हिस्सेदारी कैसे सुनिश्चित की जायेगी इसकी चिन्ता राजनाथ सिंह को नहीं है। पूर्व सांसद रमाकान्त जी ने यह भी बताया कि सामाजिक न्याय सम्मेलन के मंच पर व वक्ताओं में भी पिछड़े वर्ग के नेताओं की भागीदारी नगण्य रही और मंच से सामाजिक न्याय के सवालों पर कम तथा अन्य मुद्दों पर ज्यादा से ज्यादा बातें की गयी। रमाकांत ने जोर दे कर कहा की मै भाजपा का कार्यकर्ता हूँ और पार्टी जो कहेगी मैं करने को तैयार हूँ मेरा विरोध राजनाथ से नहीं उनके विचारों से है। उन्होंने राजनाथ सिंह और मुलायम सिंह यादव को एक दुसरे का मददगार बताया।
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