आजमगढ़। बीते दिवस एक ठेकेदार द्वारा किये गये आत्महत्या के मामले ने नया रूप ले लिया है। इस हत्या को परिजनों ने उकसाने पर करने का दावा करते हुए एक विधायक सहित चार लोगो के विरूद्व धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। सिधारी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर सारपुर गांव में बीते 4 जून को बकाया मांगने पर मिली धमकी के चलते गाजियाबाद निवासी एक ठेकेदार ने विषाक्त पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। ठेकेदार ने मरने से पहले सुसाइड नोट में 45 लाख रुपए विभिन्न पार्टियों पर बकाया लगाने और भुगतान न करने का आरोप लगाया है। ठेकेदार ने मौत के पीछे तीन बड़े देनदारों को कसूरवार ठहराया है। वह हाई प्रोफाइल लोग हैं। शनिवार को पुलिस ने पांच लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ली। जानकारी के अनुसार सिधारी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर सारपुर गांव निवासी सुरेश यादव के यहां किराये पर रहने वाले शमशेरबहादुर की संदिग्ध परिस्थितिथियों में मौत हो गयी। मृतक ठेकेदार शमशेर बहादुर मूल रूप से गाजियाबाद जिले के न्यू गांधी नगर का रहने वाला था और पिछले कुछ वर्षो से नगर में कई स्थानों पर भी निर्माण में ठेकेदारी का काम करता था। बताया गया है कि शमशेर बाहादुर ने कई ब़ड़े लोगों के प्रतिष्ठान व स्कूल निर्माण तथा रोडवेज में चल रहे निर्माण कार्य में प्रत्यक्ष और सहयोगी ठेकेदार के रूप में कार्य किया। इस दौरान निर्माण कराने वाली पार्टियों के पास ठेकेदार की लम्बी रकम फस गयी और मांगने पर से विवाद किया जाने लगा । बताया गया है कि ठेकेदार के पास से एक तीन पन्ने को सुसाइड नोट बरामद हुआ था । जिस में शमशेर बाहदुर ने अपने दर्द को बयां किया है और मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम का उल्लेख किया है। ठेकेदार के द्वारा कराये गये कार्य में बकाये की रकम 45 लाख के करीब लिखा गया है। मृतक की पत्नी कुमकुम लता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। सिधारी थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक की पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें विधायक, कालेज के प्रबंधक व तीन अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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