ब्लड बैंक में प्रतिस्थापि रक्तदान करने की व्यवस्था समाप्त करना लक्ष्य: डा. विनय संगठन व युवा रक्तदाता किये गये सम्मानित
सभी चित्र : शैलेन्द्र शर्मा
आजमगढ़। आखिरकार ब्लड बैंक द्वारा निरंतर किया जा रहा प्रयास रंग लाया। मंगलवार को विश्व रक्तदाता दिवस पर ब्लड बैंक द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर एवं परिचर्चा में समाज के प्रत्येक तबके ने पूरे उत्साह के साथ भागीदारी की। इस दौरान आजमगढ़ रक्तकोष को गुजरात के अहमदाबाद के प्रथमा ब्लड बैंक की तरह प्रतिस्थापि रक्तदान की व्यवस्था से मुक्त करने का संकल्प लिया गया। गोष्ठी के दौरान वन मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव व जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने पांच बार से अधिक रक्तदान करने वाले लोगों एवं संस्थाओं को स्मृतिचिन्ह व प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।रक्तदान शिविर का आयोजन जिला अस्पताल परिसर स्थित ब्लड बैंक में किया गया। शिविर में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिले में इस तरह का पहला कार्यक्रम था जिसमें समाज के प्रत्येक तबके के लोगों ने भागीदारी की। हर कोई रक्तदान कर लोगों का जीवन बचाने के लिए दृढ़ संकल्पित नजर आया। सांय् 05 बजे नेहरू हाल में रक्तदाता सम्मान समारोह एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में विद्यार्थियों के अलावा ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्यगढ़, व्यवसायी, चिकित्सक सहित सभी वर्गो के लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। संचालक डा. विनय कुमार सिंह यादव ने कहा कि यूं तो यह गोष्ठी अस्पताल में भी की जा सकती थी जिसमें कुछ चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी बैठकर रक्तदाताओं को सम्मानित कर सकते थे, पर मेरा स्पष्ट मानना है कि जब मानव शरीर रक्त अल्पता करा शिकार होता है तो उसके जीवन को सिर्फ व सिर्फ मानव रक्त द्वारा ही प्रतिस्थापित कर बचाना संभव हो पाता है। प्रत्येक व्यक्ति को कुदरत ने लगभग साढ़े पांच लीटर ब्लड दिया है। उसमें से 350 एमएल रक्तदान करना वैसा ही है जैसे नाखून व बाल काटना। रक्तदान से रक्तदाता के शरीर में नई उर्जा का संचार होता है। जहां रक्तदान से रक्तदाता के शरीर में नई उर्जा का संचार होता ह,ै वहीं मानवता के सबसे उत्कृष्टतम धर्म का पालन भी संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि कोई आये तो हम उससे रक्त के बदले में रक्त देने की बात करें। विश्व में ऐसे तमाम ब्लड बैंक हैं जो प्रतिस्थापि रक्तदान की व्यवस्था से मुक्त हैं। प्रथमा ब्लड बैंक अहमदाबाद गुजरात नें भी ये मुकाम हासिल कर ली है। क्योंकि वहां लोगों ने इतना रक्तदान के प्रति जागरूकता दिखाई है। हम चाहते हैं कि आजमगढ़ ऐसा ब्लड बैंक बने जहां ऐसी व्यवस्था हो कि जब आपको रक्त की जरूरत पड़े तो ब्लड बैंक आप से तुरन्त रक्तदान करने कर आग्रह न करे, यह सिर्फ स्वैच्छिक रक्तदान से ही संभव हो सकता है। वन मंत्री माननीय श्री दुर्गा प्रसाद यादव ने कहा कि आजमगढ़ ब्लड बैंक की पहचान पहले काफी धुमिल हो गयी थी लेकिन पिछले कुछ समय से इसकी छवि न सिर्फ प्रशासनिक स्तर बल्कि आमजन की निगाह में भी उत्कृष्ट हुई है। आजमगढ़ ब्लड बैंक को गुणवत्ता के हिसाब से उत्तर प्रदेश में सम्मान की दृष्टि से देखा जा रहा है लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि हम समाजवादी लोग हैं और समाजवाद में विश्वास रखते हैं। सपा कार्यकर्ता नेताजी मुलायम सिंह यादव व डा. लोहिया के जन्मदिन पर रक्तदान कर समाजवाद का परचम लहरायंेगे। सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि पिछले दो वर्षों से 1 जुलाई को माननीय् मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी के जन्मदिन पर हम रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहे हैं। हमारा प्रयास होगा कि यह रक्तदान शिविर ब्लाक स्तर तक पहुंचे। उन्होंने रक्तकोष के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जब से डा. विनय ने चार्ज लिया है और जिस तरह से ये सामाजिक कार्यों में रूचि लेते हैं, उसी का परिणाम है कि आज इतनी बड़ी गोष्ठी का आयोजन हुआ। यह एतिहासिक दिन होगा कि रक्तदाताओं के सम्मान में आज पूरा नेहरू हाल भरा नजर आ रहा है। शहर के प्रतिष्ठित उद्यमी श्री सूदर्शन दास अग्रवाल ने शहरवासियों से बढ़-चढ़कर रक्तदान करने की अपील की। इस दौरान जिलाधिकारी सुहास एलवाई व वन मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव ने संत निरंकारी मिशन, संघर्ष समिति आजमगढ़, एचडीएफसी बैंक, अवर अभियंता संघ सहित 11 संस्थाओं एवं रक्तदाता कुमारी आसमां, तरू-पर्णिका सिंह, आवंतिका सिंह सहित 10 छात्र/छात्राओं व 22 अन्य लोगों को स्मृतिचिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंट किया। इस मौके पर जयप्रकाश, प्रवीण सिंह, विश्वजीत सहित तमाम लोग ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
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