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| फोटो : शैलेन्द्र शर्मा |
खरीफ उत्पादकता गोष्ठी हुई आयोजित
आज़मगढ़ 15 जून 2016-- खरीफ उत्पादकता गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीरा यादव ने खरीफ उत्पादकता गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के लिए जितनी सुविधाएं दी है किसी भी सरकार में इतनी सुविधाएं नही मिली थी। उन्होने कहा कि हमारी सरकार में कभी भी उर्वरक की कमी नही होने पायी है। उन्नतिशील प्रजाति के बीज सभी सरकारी गोदामो पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसान भाई आनलाइन के माध्यम से बीज का पैसा जमा करके बीज प्राप्त कर सकते है। सरकार द्वारा जो सब्सिडी दी जाती है। किसान भाई के खाते में सब्सिडी का पैसा चला जायेगा। उन्होने कहा कि हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री ने सिंचाई को मुफ्त कर दिया है। उन्होने कहा किसानों के बेहतरी के लिए योजनाएं चलायी जा रही है। किसान बन्धु उसका लाभ उठायें।
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा के सभाकक्ष में किसान दिवस के अवसर पर अयोजित खरीफ उत्पादकता गोष्टी को सम्बोधित करते हुए कहा कि जबतक किसान खुशहाल नहीं होगा, तबतक चतुर्दिक विकास नहीं हो सकता है। किसान हमारे देश की रीढ़ है। उन्होने गोष्ठी में आये हुए प्रगतिशील किसानों द्वारा जो समस्याएं बतायी गयी, उसी गोष्ठी में सम्बन्धित अधिकारी को जांच करने तथा समस्या के समाधान के लिए निर्देश दिया। उन्होनें कहा कि जो भी अधिकारी है वह भी गांव से आये है और किसान परिवार से है। इसलिए किसानों की समस्याओं को संवेदनशीलता के आधार पर निस्तारित करना सुनिश्चित करें। किसानों द्वारा शिकायत की गई कि अपादा का पैसा किसी को मिली, किसी को नहीं मिली, इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद को आपदा में जितने पैसे की मांग की गई थी। भारत सरकार द्वारा उतना पैसा उपलब्ध नही कराया गया, जिससे सभी किसानों को मुआबजे की धनराशि मिल नही पायी। जिलाधिकारी ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद में जो चीनी मिल बनी है। उतनी क्षमता के पूरे प्रदेश में चीनी मिल नही है। इस चीनी मिल की 35000 कु0 प्रति दिन गन्ना पेराई की क्षमता है। उन्होेंने किसान भाईयों से अधिक से अधिक उन्नतशील प्रजाति की गन्ने की बुआई करने के लिए अपील किया। उन्होनें कहा कि पर्ची की कोई समस्या नहीं आने पायेगी, गन्ना मिल लेगी और उसका भुगतान भी करेगी, इनमें किसी प्रकार की समस्या किसानो को नही आने पायेगी। इसी प्रकार उन्होने कहा कि आधुनिक दुग्ध प्लान्ट लेदौरा में बन रहा है। इसका आप लोग फायदा उठाए। इस दुग्ध प्लान्ट की क्षमता प्रति दिन 10,000 ली0 दूध की है। जनपद में कृषि विश्वविद्यालय कोटवा में बन रहा है। ये आप लोगों से सम्बन्धित है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाएं किसानों के लिए चलायी जा रही है। इन योजनाओं का भरपूर फायदा उठाये। उन्होने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि किसानो की समस्या का समााधान अधिकारी जल्दी से जल्दी करें। टयूवेल के कुलावें, विद्युत से सिचाई, बाधित पर अधिशासी अभियन्ता विद्युत को निर्देशित किया कि मौके पर पहुंच कर जांच कराये और समस्या समाधान करे। उन्होने कहा कि जुनून से कार्य करें सफलता एक न एक दिन अवश्य मिलेगी।
एल.डी.एम. मनोज कुमार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसान को खुशहाली के लिए समय से खाद बीज की व्यवस्था करके खेती करे इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड बनाये जाते है। उन्होने कहा कि इस क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए खसरा, खतौनी और एक आईडी प्रूफ की जरूरत होती है। किसान क्रेडिट कार्ड से जो लोन मिलता है उस पर 7 प्रतिशत ब्याज लगता है। यदि इस पैसे को एक साल के अन्दर जमाकर देते है तो किसान के खाते मे 3 प्रतिशत ब्याज का पैसा वापस कर दिया जाता है। मात्र 4 प्रतिशत देना पड़ता है। यहा सबसे कम ब्याज हैै। किसान भाई किसान क्रेडिट कार्ड बनवा कर इससे लोन लेकर अपने खेतो में अच्छी पैदवार बढ़ाए। उन्होंने कहा कि बैंक से सम्बन्धित यदि किसी भी किसान को कोई परेशानी हो तो मो0नं0-9918501646 पर किसी भी कार्य दिवस में सम्पर्क कर सकते है।
कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा के वैज्ञानिक डा0 आरके सिंह ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि खरीफ में धान की खेती प्रमुख फसल है। उन्होने धान की फसल की उत्पादकता के लिए शुद्ध प्रजाति एवं शोधित बीज बोने के लिए सलाह दिए। उन्होने कहा कि कीट एवं खरपतवार के नियन्त्रण के लिए दवाओं के छिड़काव के सम्बन्ध में विस्तार से बताया। उन्होने शीघ्र पकने वाली प्रजाति नरेन्द्र 118, नरेन्द्र 80 नरेन्द्र 1,2, मनहर, नरेन्द्र 97, पन्तधान 12, रत्ना, शुष्क सम्राट, नरेन्द्र लालमती, मध्यम देर से पकने वाली प्रजाति नरेन्द्र 359, पन्तधान 4, पन्तधान 10, सीता, सरयू 52, मालवीय धान 36, नरेन्द्र धान 2064, नरेन्द्र धान 3112-1, नरेन्द्र धान 2026, नरेन्द्रधान 2065, देर से पकने वाली प्रजाति महसूरी, सांभा, महसूरी, तथा सुगन्धित धान टाइप 3, नरेन्द्र लालमती, कस्तूरी, पूसा बासमती, हरियाणा बासमती, बासमती 370, तारावड़ी बासमती, मालवीय सुगन्ध, बल्लभ बासमती 22, नरेन्द्र ललमती, नरेन्द्र सुगन्ध की उन्नतीशील बीजों के सम्बन्ध में बताया, तथा खरपतवार एवं कीट नियन्त्रण के सम्बन्ध में दवाओं के प्रयोग के सम्बन्ध में भी विस्तार से बताया। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 वीके सिंह ने किसान भाइयों को उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए कहा कि सरकार द्वारा महत्वाकांक्षी योजनाएं पशु पालकों के लिए चलायी गयी है। कामधेनु, मिनी कामधेनु तथा माइक्रो कामधेनु योजना के सम्बन्ध में विस्तार से बताते हुए कहा कि जो भी किसान भाई योजना से लाभान्वित होना चाहते है तो दिनंाक 16 जून 2016 को संायकाल 5.00 बजे तक कार्यालय मकें उपस्थित होकर फार्म भर सकते है। उन्होने कहा कि यह योजना बहुत ही फायदे मन्द है। गोष्ठी में आये हुए प्रगतिशील किसानों में से राजेश्वर चैबे, सुनील कुमार सिंह, अरविन्द राय, रामनवल सिंह, डा0 खुशीराम, उमाशंकर यादव, घनश्याम सिंह द्वारा किसानों को खेती करने में आने वाली समस्याओं के सम्बन्ध में बारी-बारी से अवगत कराया गया। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि मौके पर जाकर जांच करें और समस्या का समाधान करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र वर्मा, उप कृषि निदेशक डा0 रमेश कुमार मौर्य, टास्क फोर्स अधिकारी रामशबद जायसवाल, जिला कृषि अधिकारी बसन्त कुमार दूबे, जिला उद्यान अधिकारी, अधि0 अभि0 नलकूप सहित जिले के कोने-कोने से आये प्रगतिशील किसान उपस्थित थें।
कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा के वैज्ञानिक डा0 आरके सिंह ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि खरीफ में धान की खेती प्रमुख फसल है। उन्होने धान की फसल की उत्पादकता के लिए शुद्ध प्रजाति एवं शोधित बीज बोने के लिए सलाह दिए। उन्होने कहा कि कीट एवं खरपतवार के नियन्त्रण के लिए दवाओं के छिड़काव के सम्बन्ध में विस्तार से बताया। उन्होने शीघ्र पकने वाली प्रजाति नरेन्द्र 118, नरेन्द्र 80 नरेन्द्र 1,2, मनहर, नरेन्द्र 97, पन्तधान 12, रत्ना, शुष्क सम्राट, नरेन्द्र लालमती, मध्यम देर से पकने वाली प्रजाति नरेन्द्र 359, पन्तधान 4, पन्तधान 10, सीता, सरयू 52, मालवीय धान 36, नरेन्द्र धान 2064, नरेन्द्र धान 3112-1, नरेन्द्र धान 2026, नरेन्द्रधान 2065, देर से पकने वाली प्रजाति महसूरी, सांभा, महसूरी, तथा सुगन्धित धान टाइप 3, नरेन्द्र लालमती, कस्तूरी, पूसा बासमती, हरियाणा बासमती, बासमती 370, तारावड़ी बासमती, मालवीय सुगन्ध, बल्लभ बासमती 22, नरेन्द्र ललमती, नरेन्द्र सुगन्ध की उन्नतीशील बीजों के सम्बन्ध में बताया, तथा खरपतवार एवं कीट नियन्त्रण के सम्बन्ध में दवाओं के प्रयोग के सम्बन्ध में भी विस्तार से बताया। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 वीके सिंह ने किसान भाइयों को उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए कहा कि सरकार द्वारा महत्वाकांक्षी योजनाएं पशु पालकों के लिए चलायी गयी है। कामधेनु, मिनी कामधेनु तथा माइक्रो कामधेनु योजना के सम्बन्ध में विस्तार से बताते हुए कहा कि जो भी किसान भाई योजना से लाभान्वित होना चाहते है तो दिनंाक 16 जून 2016 को संायकाल 5.00 बजे तक कार्यालय मकें उपस्थित होकर फार्म भर सकते है। उन्होने कहा कि यह योजना बहुत ही फायदे मन्द है। गोष्ठी में आये हुए प्रगतिशील किसानों में से राजेश्वर चैबे, सुनील कुमार सिंह, अरविन्द राय, रामनवल सिंह, डा0 खुशीराम, उमाशंकर यादव, घनश्याम सिंह द्वारा किसानों को खेती करने में आने वाली समस्याओं के सम्बन्ध में बारी-बारी से अवगत कराया गया। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि मौके पर जाकर जांच करें और समस्या का समाधान करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र वर्मा, उप कृषि निदेशक डा0 रमेश कुमार मौर्य, टास्क फोर्स अधिकारी रामशबद जायसवाल, जिला कृषि अधिकारी बसन्त कुमार दूबे, जिला उद्यान अधिकारी, अधि0 अभि0 नलकूप सहित जिले के कोने-कोने से आये प्रगतिशील किसान उपस्थित थें।

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