आजमगढ़। भारतीय जनता पार्टी के प्रथम संस्थापक अध्यक्ष रहे डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने भाजपा कार्यालय रोडवेज पर गुरूवार को जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर विचार गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा की डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी एक शिक्षाविद, चिन्तक, राजनेता और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। उन्हें एक प्रखर राष्ट्रवादी के रूप में जाना जाता है। वो पंडित जवाहर लाल नेहरु मंत्रिमंडल में उद्योग और आपूर्ति मंत्री रहे पर नेहरु के साथ मतभेदों के कारण मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देकर एक नयी राजनैतिक पार्टी भारतीय जनसंघ की स्थापना की। केंद्र सरकार में मंत्री बनने से पहले वो पश्चिम बंगाल सरकार में वित्त मंत्री रह चुके थे। मात्र 33 वर्ष की आयु वो कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बन गए थे। इस पद पर नियुक्ति पाने वाले वह सबसे कम आयु के व्यक्ति थे। डॉ॰ मुखर्जी जम्मू कश्मीर राज्य को एक अलग दर्जा दिए जाने के घोर विरोधी थे और चाहते थे की जम्मू कश्मीर को भारत के अन्य राज्यों की तरह माना जाये। वो जम्मू कश्मीर के अलग झंडे अलग निशान और अलग संविधान के विरोधी थे। उनको ये बात बी नागवार लगती थी। अगस्त 1952 में उन्होंने बिना परमिट लिए जम्मू कश्मीर में प्रवेश का एलान किया और इसे पूरा करने के लिये वे 1953 में बिना परमिट के जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े। वहाँ पहुँचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी और वहीं पर डॉ साहब देश के लिए बलिदान हो गए। वर्तमान की भारतीय जनता पार्टी डॉ साहब के ही पदचिन्हों पर कार्य कर रही है और उन्ही के सपनो को साकार करने में लगी हुई है। इस मौके पर जिला महामंत्री अवनीश राय बन्टी, जिला उपाध्यक्ष विवेक सिंह सोनू, सुजीत पाण्डेय, जिला मंत्री प्रशांत सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। विशाल श्रीवास्तव, कुशल सिंह गौतम, धर्मवीर चौहान, कर्मवीर चौहान व दर्जनो अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
Blogger Comment
Facebook Comment