आजमगढ़ : चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की तरह सारी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने को लेकर चौकीदार अधिकार मोर्चा आंदोलित हैं। इसे लेकर चौकीदारों ने मेहता पार्क में बैठक कर रणनीति बनाई। चौकीदारों का कहना है कि उन्हें मात्र 1500 रुपये प्रतिमाह मिलता है। इससे इस महंगाई के समय में उनके परिवार का गुजर बसर संभव नहीं है। वह लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। झारखंड में ग्रामीण चौकीदारों को चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी का दर्जा 1990 से ही प्राप्त है। ऐसी दशा में उप्र के ग्रामीण चौकीदारों को भी चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाना जरूरी है। इस अवसर पर जयनरायन यादव, रघुनाथ यादव, श्रीकांत यादव, रामचरण यादव, विंध्याचल शर्मा आदि उपस्थित थे।
चौकीदारों ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की तरह सारी सुविधाएं मांगी
आजमगढ़ : चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की तरह सारी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने को लेकर चौकीदार अधिकार मोर्चा आंदोलित हैं। इसे लेकर चौकीदारों ने मेहता पार्क में बैठक कर रणनीति बनाई। चौकीदारों का कहना है कि उन्हें मात्र 1500 रुपये प्रतिमाह मिलता है। इससे इस महंगाई के समय में उनके परिवार का गुजर बसर संभव नहीं है। वह लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। झारखंड में ग्रामीण चौकीदारों को चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी का दर्जा 1990 से ही प्राप्त है। ऐसी दशा में उप्र के ग्रामीण चौकीदारों को भी चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाना जरूरी है। इस अवसर पर जयनरायन यादव, रघुनाथ यादव, श्रीकांत यादव, रामचरण यादव, विंध्याचल शर्मा आदि उपस्थित थे।

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