आजमगढ़। पूर्वांचल पी0 जी0 कालेज, रानी की सराय के स्नाकोत्तर शिक्षा शास्त्र विभाग के पाठ्यक्रम में निर्धारित ''अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा की चुनौतियाँ'' विषय पर विभगीय सेमिनार का आयोजन शिक्षाविद डॉ0 मातबर मिश्र की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ जिसमें बाहर से आमंत्रित चार वक्ताओं ने अपने विचार क्रमश: रखा। विषय प्रवर्तन करते हुए समोधपुर पी0 जी0 कालेज के अवकाश प्राप्त रीडर प्रो0 अमरनाथ राय ने वैदिक काल से अद्यतन प्राथमिक शिक्षा के विकास को रेखांकित किया और बड़ौदा नरेश साया जी राव गायकवाड के पहल की सराहना की जिन्होंने अपने राज्य में सर्वप्रथम प्राथमिक शिक्षा नि:शुल्क और अनिवार्य किया। जौनपुर के डा0 मयानन्द उपाध्याय एवं डा0 नीता सिंह ने प्राथमिक शिक्षा में अपव्यय एवं अवरोधन, के प्रश्न की उदाहरण सहित व्याख्या की।
सेमिनार को कारागार विभाग से अवकाश प्राप्त जेलर नगद पाण्डेय ने बड़ी ओजस्वी शैली में निरूद्ध बन्दियों के लिए संस्कार नैतिकता तथा धार्मिक शिक्षा के साथ व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने की आवश्यकता बताई। जिससे वे अपने आगे के जीवन में, व्यवस्थापन कर एक स्वस्थ नागरिक का जीवन जी सके।
प्रारम्भ में कु0 संजू यादव एवं मंशा ने सरस्वती वन्दना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया। प्राध्यापकगण अजीत मिश्र, कृष्णकान्त यादव ने पुष्प गुच्छ भेंट किया। कुशल संचालक श्री शशांक चतुर्वेदी प्रभारी बी0 टी0 सी0 विभाग वक्ताओं की उठाई गयी चर्चा के बिन्दुओं को बीच-बीच में समीक्षा भी करते रहे। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में प्रो0 मातबर मिश्र समाहार करते हुए प्राथमिक शिक्षा में नामांकन बढ़ाने, मिड डे मील की गुणवत्ता और शिक्षण-विधियों के उन्नयन पर बल देते हुए वक्ताओं, और आयोजकों को धन्यवाद दिया।

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