आजमगढ़ : . दामाद व उसके परिजनों को फर्जी ढंग से फंसाने के लिए ससुर ने ही ही लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी। फूलपुर कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को साजिश से पर्दा उठाते हुए पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस लाइन सभागार में गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के खुरासो ग्राम निवासी रामधारी यादव ने बीते 25 मई को मुकामी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि बेटी की ससुराल वालों के खिलाफ न्यायालय में चल रहे मुकदमे के दौरान 25 मई को समझौता हुआ और ससुराल पक्ष के लोगों ने एक लाख 55 हजार रुपये न्यायालय में जमा किए। न्यायालय में जमा रुपये वकील के माध्यम से लड़की पक्ष को मिले थे। उस रकम से पांच हजार रुपये रामधारी ने अपने अधिवक्ता को दिया और शेष रकम लेकर वह अपनी बेटी निशा व बेटे नंदेश्वर के साथ बाइक से घर के लिए रवाना हुआ। रामधारी का आरोप था कि फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के जगदीशपुर इंटर कालेज के पास निशा के पति विनोद, जेठ इंद्रदेव व चंद्रजीत तथा देवर प्रभुनाथ निवासी ग्राम ठुठवां मुस्तफाबाद थाना मेंहनगर ने सभी को रोका और उनसे डेढ़ लाख रुपये छीनकर सरायमीर की ओर भाग निकले। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू की। इस दौरान आरोपियों की मौजूदगी घटना के समय उनके गांव में मिलने पर पुलिस को संदेह हुआ।
पुलिस ने इस बाबत जब रामधारी व उसके बेटे से कड़ी पूछताछ की तो सारा राज खुल गया। रामधारी व उसके बेटे ने साजिश के तहत निशा के ससुराल वालों को फर्जी मुकदमे में फंसाने के उद्देश्य से न्यायालय से मिली रकम को अपने रिश्तेदार लालबिहारी यादव निवासी ग्राम रक्षपालपुर थाना गंभीरपुर के हवाले कर दिया था। पुलिस ने रिश्तेदार के पास मौजूद नकदी को बरामद करते हुए लूट की फर्जी घटना का पर्दाफाश करते हुए फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराने वाले पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया।
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