आजमगढ़। कप्तानगंज थाने की पुलिस अपराध कर्माे से पीड़ित लोगों को राहत देने व सुसंगत धाराओं मे अपराध कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही करने में विफल प्रतीत होती है परिणाम स्वरूप प्राय: पीड़ित पक्ष न्याय पाने व दोषियों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की उम्मीद से जिला मुख्यालय पर पुलिस कप्तान सहित अन्य पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाने पहुंच रहा है। स्थानीय स्तर पर समस्याओं का निदान हो जाता तो लोगो को जिलास्तर पर दौड़ लगाने की आवश्यकता नही पड़ती ।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नवली ग्राम निवासी नितेन्द्र उपाध्याय को गत 20 अप्रैल की सुबह करीब 6 बजे बदमाशों ने बुरी तरह से मार कर घायल कर दिया बीच बचाव करने पहँुचे उसके चाचा कृष्ण मोहन उपाध्याय को भी मारपीट कर घायल कर दिया गया । जाते जाते बदमाशों ने जाने मारने की धमकी भी दे गये। स्थानीय पुलिस द्वारा सुसंगत धारा में कानूनी कार्यवाही ने किये जाने के परिणाम स्वरूप पीड़ित जितेन्द्र को पुलिस कप्तान की शरण में आना पड़ा शनिवार को वह राजू सिंह, अंकुश बर्नवाल, प्रिंस सिंह, रोहित सोनकर, आदित्य सिंह, राजेश उपाध्याय, अ•िाषेक उपाध्याय, दीपक सोनकर, एवं विशाल श्रीवास्तव के साथ एस0एस0पी0 से भेट की और सुसंगत धाराओं में कार्यवाही करने की गुजारिश की।
इसी क्रम में थाना क्षेत्र विस्तारा ग्राम निवासी दलित शिक्षामित्र रणविजय कुमार को 17 अप्रैल को क्षेत्र के कतिपय दबंगों ने स्थानीय बाजार गोपालगंज में मारपीट कर घायल कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज किया परन्तु किन दबाव में सुलह कराने की कोशिश की सुलह नामा लिखने में विफल कप्तानगंज की पुलिस ने पीड़ित रणविजय कुमार के परिवारजनों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी जबकि उसे मारने वाले स्वतंत्र घूम रहे है। दलित शिक्षामित्र रणविजय कुमार भी शनिवार को जिला मुख्यायलय पर अमित कुमार बच्चन राम, नीन्हक कु मार, सुरजीत कुमार,अजीत कुमार, रामप्रताप, धीरेन्द्र कुमार, विश कुमार, शिव प्रसाद, राम सेवक, अमृत लाल, पवन दलराज, आदि ग्रामीण व परिवार जनों के साथ पुलिस कप्तान को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी ।
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