बताते हैं कि अमिलो के पूर्व प्रधान रिज़वान अहमद ने शुरुवार की पूर्वान्ह करीब 11 बजे यूनियन बैंक आफ इण्डिया शाखा अमिलो से 05 लाख रुपया निकाले और बाइक की डिग्गी में रखकर घर जा रहे थे। रास्ते में 50-50 हजार रुपये की दो गड्डी अलग-अलग स्थानों पर गिर गयी। पूर्व प्रधान को इसकी भनक भी नहीं लगी। घर पहुंच जब रुपये गिने तो उनके होश उड़ गए। इसी दौरान वहां से गुजर रहे अमिलो निवासी सत्येन्द्र दूबे पुत्र राजदेव दूबे की नजर एक गड्डी पर पड़ी जबकि दूसरी गड्डी उसी गांव के साइम जमाल पुत्र जमालुद्दीन के हाथ लगी। रुपया मिलने के बाद दोनों ने कुछ लोगों से पूछताछ की। जब पता नहीं चला रुपया किसका है तो वे मस्जिद के लाउडस्पीकर से घोषणा कराये। लाउडस्पीकर पर रुपये मिलने की जानकारी होने पर पूर्व प्रधान बारी-बारी दोनों के घर पहुंचे लेकिन रुपया देने के बजाय दोनों उन्हें बैंक ले गये ताकि इस बात की पुष्टि हो सके कि रुपया उनका है कि नहीं। बैंक प्रबंधक के पुष्टि के बाद दोनों ने रुपया रिजवान को सौंप दिया।

Blogger Comment
Facebook Comment