आजमगढ़. अतरौलिया थाना क्षेत्र के पेडरा ग्राम निवासी व बीमा अभिकर्ता श्याम बिहारी चौबे की गुरुवार की शाम गोली मारकर की गई हत्या के मामले में पुलिस के हाथ अभी खाली है। विवेचना में जुटी पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। वहीं मृतक के घर परिजनों की सिसकियां अभी जारी है। शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का मृतक के घर तांता लगा हुआ है।
इस घटना को लेकर क्षेत्र की सियासत भी गरमा गई है। तमाम क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि अभी बढ़या बाजार की प्रिया हत्याकांड का खुलासा हो भी नहीं पाया कि श्याम बिहारी की हत्या ने यह साबित कर दिया कि अपराध व राजनीति के गठजोड़ के चलते कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही है। विपक्षी दल के लोग भी इस घटना को लेकर सत्ताधारी दल पर हमला बोलने से चूक नहीं रहे।
शुक्रवार को मृतक के घर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे भाजपा नेता विजय प्रकाश सिंह ने कहा कि प्रदेश में लूट, हत्या व फिरौती के बदौलत ही सपा की सरकार चल रही है। पूरा प्रदेश अपराधियो की शरण स्थली बना हुआ है। सूबे के एक कद्दावर मंत्री के पड़ोसी गांव में इस तरह के वारदात होना निश्चित ही कानून व्यवस्था को चुनौती है। बसपा नेता फूलचंद्र यादव ने मृतक के परिजनों को 10 लाख की सहायता की मांग करते हुए कहा कि इसी क्षेत्र की मासूम बेटी प्रिया की हत्या जिस निर्मम तरीके से की गई पुलिस आज तक घटना का खुलासा नहीं कर सकी। आज भी प्रिया की मौत जनपद के लिए अबूझ पहेली बनकर रह गई है।
गौरतलब है कि गुरुवार की शाम स्थानीय बाजार बढ़या से नवरात्रि की तैयारी हेतु आवश्यक सामानों की खरीददारों कर बाइक से घर लौट रहे बीमा अभिकर्ता 50 वर्षीय श्याम बिहारी चौबे की बाइक सवार बदमाशों ने उनके गांव के पास ही गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया। घटना की खबर पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने हत्या के खुलासा हेतु मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। परिजनों से भी पुलिस द्वारा पूछताछ की गई लेकिन कोई अहम बिंदु सामने नहीं आ सका। शुक्रवार को पोस्टमार्टम हाउस पर जुटे मृतक पक्ष के लोगों के बीच हो रही वार्ता के दौरान एक बात सामने आई कि लगभग दस वर्ष पूर्व क्षेत्र में हुई एक हत्या के मामले में मृतक पक्ष को आरोपित किया गया था। लोगों का कहना था कि कहीं उसी प्रतिशोध में तो इस घटना को भाड़े के हत्यारों से अंजाम नहीं दिलाया गया।
हालांकि इस बात पर लोगों की विभिन्न राय रही लेकिन पुलिस भी इस तथ्य को आधार मानकर विवेचना कर रही है। क्षेत्र में लोगों का कहना है कि यदि लूट के इरादे से घटना को अंजाम दिया जाता तो बदमाश मृतक के पास मौजूद बाइक, नकदी आदि पर हाथ लगाते लेकिन उनका इरादा केवल श्याम बिहारी की जान लेना भर था। सूत्रों की मानें तो हत्यारे बढ़या बाजार में मौजूद श्याम बिहारी की ताक में पहले से लगे थे। उन्हें एदिलपुर-बढ़या मार्ग पर कई बार चक्कर लगाते देखा गया। घटना के कुछ ही क्षणों बाद मौके पर पहुंचे मृतक के भाई कृष्ण कुमार चौबे ने घटना को अंजाम देने वालों को देखते ही पहचान लेने की बात कही लेकिन बाद में उन्होंने इस बाबत थाने में अज्ञात के खिलाफ तहरीर देकर भाई के हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। फिलहाल यह घटना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कहीं बढया बाजार के प्रिया हत्याकांड की तरह यह मामला भी दब कर न रह जाए। वहीं अतरौलिया थानाध्यक्ष का कहना है कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। पुरानी रंजिश को भी आधार मानकर घटना के तह तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। शीघ्र ही घटना का पर्दाफाश होगा और हत्यारे सबके सामने उजागर होंगे।

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