आजमगढ़। नवरात्र के पहले दिन शुक्रवार को कलश स्थापित कर घर-घर में देवी की आराधना की गई। नगर सहित पूरे जनपद के देवी मंदिरों में प्रात: काल से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने दर्शन-पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की।
नगर के मुख्य चौक स्थित दक्षिण मुखी देवी, रामायन मार्केट के दुर्गा, शिव, साईं मंदिर समेत सभी छोटे-बड़े मन्दिरों पर सुबह से घण्ट-घड़ियाल बजने शुरू हो गये थे। दक्षिण मुखी देवी मन्दिर में तो तिल रखने की भी जगह नहीं थी। हर कोई मां का दर्शन करने के लिये लालायित था । जहां श्रद्धालुओं के जयघोष से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा वहीं मंदिर के बाहर मेले जैसा दृश्य था। मातबरगंज स्थित दुर्गा एवं हनुमान मंदिर पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गयी । लोगों ने नारियल-चुनरी चढ़ाकर मां का दर्शन किया और दोपहर में महिलाओं ने देवी गीत गाये।
सिद्धपीठ पाल्हमेश्वरी धाम में हजारों श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में मत्था टेककर आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रद्धालुओं का मानना है कि उक्त स्थल पर आने से मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है। मंदिर परिसर में लगाये जा रहे जयकारे से सारा वातावरण गूंज रहा था। मंदिर के बाहर नारियल, चुनरी, प्रसाद आदि की दुकानें सजी हुई थीं। उस पर श्रद्धालुओं की भीड़ खरीददारी कर रही थी। मंदिर के बाहर एक तरफ जहां यज्ञोपवीत व मुंडन संस्कार हो रहे थे, वहीं दूसरी तरफ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिये प्रशासन भी मुस्तैद था।
आपको बता दें कि रानी की सराय कस्बा समेत आसपास नवरात्र प्रारम्भ होते ही ओझा-सोखाओं की भी दुकानें सज गयी हैं। तंत्र-मंत्र के इस खेल में काफी भीड़ हो रही है। उल्लेखनीय है कि वैज्ञानिक युग में भी तंत्र-मंत्र पर विश्वास जताने वालों की कमी नहीं है। गांवों में सोखा-ओझाओं के यहां लगने वाली भीड़ इस बात की गवाही दे रही है। सोखा-ओझा के यहां नवरात्र के पहले ही दिन काफी भीड़ लगने लगी, जो पूरे नवरात्र भर चलेगी । ओझा-सोखाओं के यहां पहुंचने वालों का कहना था कि हमें यहीं से लाभ है । फिलहाल सोखा-ओझा इस समय काफी व्यस्त दिख रहे हैं।


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