आजमगढ़ : प्रदेश सरकार जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने का बड़ा दावा हवा हवाई साबित हो रहा है। सरकार के कर्मचारी ही योजनाओं पर सितम ढा रहे हैं । जिला अस्पताल में एचआइवी की जांच प्रक्रिया तो पूरी तरह रामभरोसे है। यह तो सदर अस्प्ताल के जिम्मेदारों से ही पता चलता है । ताज़ा मामले में निजामाबाद थाना क्षेत्र के चंदाभारी ग्राम निवासी 25 वर्षीय व्यक्ति एचआईवी से पीड़ित है। उसका इलाज चल रहा है। बीते छह अप्रैल को दुर्घटना में घायल होने के कारण उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्थि रोग चिकित्सकों ने पैर की हड्डी टूट जाने के कारण शरीर में राड लगाने की सोची। आपरेशन से पूर्व मरीज की होने वाली सभी जांच जिला अस्पताल में कराई गई। अस्पताल में कराई गई एचआइवी की जांच में उसके बारे में नार्मल रिपोर्ट दी गई। आपरेशन थियेटर में सात अप्रैल को जब मरीज को बुलाया गया तो उसने आपरेशन करने वाले चिकित्सक से बताया कि वह एड्स रोग पीड़ित है और उसका उपचार चल रहा है। यह सुनते ही चिकित्सक चौक पड़े और अस्पताल की रिपोर्ट को अपने पास रख उसे जांच के लिए बाहर भेजा गया। बाहर से कराई गई जांच में मरीज की रिपोर्ट पाजिटिव मिली। यह जानकारी जब अस्पताल के चिकित्सकों को हुई तो वे हतप्रभ रह गए। शनिवार को अस्थि रोग के सर्जन व अन्य चिकित्सक इस बाबत अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. बीराम से मिले और उनसे सारी हकीकत बताते हुए दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस बात से हैरान प्रमुख चिकित्साधीक्षक ने मामले की जांच कराकर शासन को पत्र भेजने का आश्वासन दिया।
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