आजमगढ़ : देशभर से कई सामाजिक कार्यकर्ता, धर्मगुरू, राजनीतिज्ञ पहली अप्रैल को आजमगढ के सरायमीर में एक सम्मेलन में शिरकत करेंगे।
संविधान की सुरक्षा पर चर्चा के लिए आयोजित इस सम्मेलन में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, स्वामी अग्निवेश, गंगा महासभा के जितेंद्रानंद, सांसद सालिम अंसारी, समेत कई धर्म गुरू अपनी राय रखेंगे। सरायमीर के जामिया शरीया फैजुल उलूम शेरवां ईदगाह में यह सम्मेलन शुक्रवार को आयोजित है।
मदरसा जामिया शरइया फैजुल उलूम शेरवा के मौलाना मुफ्ती अशफाक अहमद ने बताया कि इसमें मुख्य रूप से देश में बढ़ रही असहिष्णुता, साम्प्रदायिकता, अल्पसंख्यक समुदायों के संवैधानिक अधिकारों पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी। कहा कि देश के हालात इतने बिगड़ गये है कि संविधान में बनाई गई मौलिक नियमावली का लोग पालन नहीं कर रहे है। चाहे वह किसी भी धर्म या मजहब के हो।
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में देश के उलेमाए एकराम, सामाजिक कार्यकर्ता, विभिन्न धर्मो के धर्मगुरु, राजनीतिक व शिक्षित वर्ग के लोग शिरकत कर रहे हैं। इसमें मुख्य रुप से देवबंदी हबीबुर्रहमान आजमी, सांसद असरारुल हक, महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबूआसिम आजमी, सांसद सालिम अंसारी, वल्र्ड कौंसिल आर्य समाज के अध्यक्ष अग्निवेश, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, विश्वनाथ मंदिर के महंथ कुलपति तिवारी, वाराणसी गुरुद्वारा के धर्मवीर सिंह, दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता इरशाद हनीफ, लीगल सेल जामेयतुल उलमा महाराष्ट्र के महासचिव गुलजार आजमी, गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री जितेन्द्रानंद सरस्वती महाराज, जामेयतुल उलमा-ए-हिन्द के महासचिव सैय्यद महमूद असअद मदनी शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हजरत मौलाना सैय्यद अरशद मदनी करेंगे।
संविधान की सुरक्षा पर चर्चा के लिए आयोजित इस सम्मेलन में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, स्वामी अग्निवेश, गंगा महासभा के जितेंद्रानंद, सांसद सालिम अंसारी, समेत कई धर्म गुरू अपनी राय रखेंगे। सरायमीर के जामिया शरीया फैजुल उलूम शेरवां ईदगाह में यह सम्मेलन शुक्रवार को आयोजित है।
मदरसा जामिया शरइया फैजुल उलूम शेरवा के मौलाना मुफ्ती अशफाक अहमद ने बताया कि इसमें मुख्य रूप से देश में बढ़ रही असहिष्णुता, साम्प्रदायिकता, अल्पसंख्यक समुदायों के संवैधानिक अधिकारों पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी। कहा कि देश के हालात इतने बिगड़ गये है कि संविधान में बनाई गई मौलिक नियमावली का लोग पालन नहीं कर रहे है। चाहे वह किसी भी धर्म या मजहब के हो।
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में देश के उलेमाए एकराम, सामाजिक कार्यकर्ता, विभिन्न धर्मो के धर्मगुरु, राजनीतिक व शिक्षित वर्ग के लोग शिरकत कर रहे हैं। इसमें मुख्य रुप से देवबंदी हबीबुर्रहमान आजमी, सांसद असरारुल हक, महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबूआसिम आजमी, सांसद सालिम अंसारी, वल्र्ड कौंसिल आर्य समाज के अध्यक्ष अग्निवेश, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, विश्वनाथ मंदिर के महंथ कुलपति तिवारी, वाराणसी गुरुद्वारा के धर्मवीर सिंह, दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता इरशाद हनीफ, लीगल सेल जामेयतुल उलमा महाराष्ट्र के महासचिव गुलजार आजमी, गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री जितेन्द्रानंद सरस्वती महाराज, जामेयतुल उलमा-ए-हिन्द के महासचिव सैय्यद महमूद असअद मदनी शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हजरत मौलाना सैय्यद अरशद मदनी करेंगे।
Blogger Comment
Facebook Comment