आजमगढ़. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अविस्मरणीय युवा क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि शनिवार को नगर के मेहता पार्क में भावपूर्ण तरीके से मनाई गई। भारत रक्षा दल के तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में लोगों ने आजादी के नायक आजाद के जीवनवृत्त पर प्रकाश डालते हुए श्रद्धापूर्वक नमन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारद के जिलाध्यक्ष उमेश सिंह गुड्डू ने कहा कि नई पीढ़ी को स्वतंत्रता के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले पं. चंद्रशेखर आजाद से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों द्वारा बंदी बनाए गए चंद्रशेखर आजाद ने अपने मामले की सुनवाई के दौरान मजिस्ट्रेट को बयान दिया कि मेरा नाम आजाद और मेरा निवास कारागार। उनके इस कथन से यह स्पष्ट होता है कि वह देश सेवा के लिए सदैव समर्पित रहे। वर्ष 1931 में आज ही के दिन इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेज सैनिकों द्वारा की गई घेरेबंदी के दौरान उन्होंने स्वयं अपने हाथों से अपने को गोली मारी और सदा-सदा के लिए भारत माता के गोंद में सो गए। जिस स्थान पर उन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण त्यागे वह देश वासियों के लिए किसी तीर्थ स्थल से कम नहीं। कार्यक्रम में मो. अफजल, डा. राजीव पांडेय, प्रवीण कुमार गौड़, रणजीत सिंह, जैनेन्द्र चौहान, नीथिश, आशीष मिश्रा, मुकेश यादव, आरपी श्रीवास्तव, हरेन्द्र तिवारी, शंभू सोनकर, महेन्द्र, गणेश, प्रदीप मौर्य, विपुल सिंह, रिक्की आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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