आजमगढ़ के सिधारी थाना परिसर में किशोरी को भगा ले जाने का मुक़दमा दर्ज़ होने के मामले में पुलिस ने एक माह बाद प्रेमी युगल को बरामद किया लेकिन बाद में दोनों पक्ष में रजामंदी के बाद ही थाने में ही शादी कराई गयी। अपर पुलिस अधीक्षक के अनुसार विवेचना में किशोरी बालिग़ मिली और परिजन भी राज़ी थे] इस कारण से युवक को जेल न भेज कर शादी कराई गयी। आजमगढ़ के अतरौलिया थाना क्षेत्र निवासी सुनील राजभर का सिधारी थाना क्षेत्र के बयासी गाँव में बहन की ससुराल के चलते आना जाना पिछले पांच साल से लगा था। इसी बीच युवक का बहन की ससुराल में निशा से प्रेम सम्बन्ध बन गया। किसी को भनक तक नहीं लगी। निशा एक माह पूर्व 21 दिसंबर को रहस्य्मय हालात में गायब हो गयी तो गुमशुदगी दर्ज़ हुई। बाद में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ हुआ। उधर प्रेमी युगल भाग कर दिल्ली चला गया और वहीँ मंदिर में शादी कर ली। पुलिस ने कार्रवाई कर दोनों पकड़ लिया। जिसमे युवक को जेल जाने की नौबत आ गयी। इसके बाद युवक पक्ष की पहल पर लड़की पक्ष भी शादी को राज़ी हो गया। बाद में पुलिस भी शुभ काम में देर नहीं की और थाना में ही वर और वधु ने एक दूसरे पर वरमाला डाली। युवक ने आजीवन सम्बन्ध की बात कही तो लड़की ने भी प्रेम सम्बन्ध को शादी में बदलने में ख़ुशी व्यक्त की।
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