.

आजमगढ़: विवाहिता की हत्या की सुलझी गुत्थी,11 साल छोटे प्रेमी ने की थी हत्या



पुलिस ने 24 घंटे के भीतर किया पर्दाफाश, कुल्हाड़ी और मृतका का मोबाइल बरामद

आजमगढ़ : जिले की थाना पवई पुलिस द्वारा महिला की हत्या की घटना का 24 घण्टे के भीतर अनावरण करते हुए 01 अभियुक्त को घटना में प्रयुक्त आला कत्ल कुल्हाड़ी व मृतका के मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार कर लिया है। 3 जुलाई को आवेदक संजय पुत्र सुबई, निवासी दावनपारा, थाना पवई, अपने ससुर रामनारायण, सास जगपत्ती, साला संजय के साथ थाना पवई पर आकर लिखित तहरीर दिये कि अभियुक्तों विकास पुत्र ओमप्रकाश, निवासी ग्राम दावनपारा, थाना पवई और बब्लू पुत्र जोगिन्दर, मीरा पत्नी रामअवध, निवासी ग्राम दावनपारा, सन्तोष पुत्र दूधनाथ, निवासी ग्राम दावनपारा द्वारा आवेदक की पत्नी अमरावती उम्र करीब 30 वर्ष की धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दिया गया। थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार मिश्रा मय हमराह द्वारा मुखबिर की सूचना पर मुकदमा उपरोक्त में वांछित अभियुक्त विकास पुत्र ओमप्रकाश, उम्र करीब 19 वर्ष को पूर्वान्चल एक्सप्रेसवे सर्विस लेन हमीरपुर तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एक कुल्हाड़ी लोहे की तथा मृतका के मोबाइल को ग्राम खण्डौरा सर्विस लेन के पास स्थित पुलिया के पास झाड़ी के नीचे से बरामद किया है। अन्य अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है। गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा पूछताछ में बताया गया कि अमरावती(मृतका) मेरे घर के पास की ही रहने वाली थी, मैं और अमरावती एक दूसरे से प्यार करते थे, फोन पर बाते करते थे व मिलते-जुलते भी थे। लेकिन कुछ दिनों से मैं अमरावती से बात नहीं कर रहा था क्योंकि मुझे पता चला कि वह किसी और व्यक्ति से भी बात करती है। दिनांक 02 जुलाई को मै अपने घर के पीछे खाना बनाने के लिए कुल्हाडी से लकड़ी काट रहा कि तभी अमरावती ने मेरे पास फोन किया कि तुम फोन नही उठाते हो और तुम्हारा फोन बहुत व्यस्त रहता है, फोन पर बात करते हुए अमरावती मेरे पास चली आयी और कही कि तुम्हे समय नही है और वह मुझे खीच कर खुले शौचालय के पास ले आयी और मेरा बाल व कालर पकड़ कर मारने लगी मैने कई बार छोड़ने व न मारने के लिए कहा किन्तु वह मेरी बात नही मानी और मुझे गाल पर प्रहार करती ही रही जिससे मुझे गुस्सा आ गया और मैने अपने हाथ में लिये हुए कुल्हाडी से उसके गर्दन पर वार कर दिया, जिससे उसका काफी खून बहने लगा तथा अमरावती तड़पने लगी। मै डर गया और किसी को बिना कोई बात बताये कुल्हाड़ी व अमरावती की मोबाइल को लेकर वहां से बाहर-बाहर खेतों की तरफ होते हुए सर्विस लेन की तरफ चला आया अमरावती की मोबाइल की सिम को मैने रास्ते में तोड़ कर फेंक दिया और कुल्हाड़ी तथा उसके मोबाइल को सर्विस लेन के पास खण्डौरा गाँव के झाड़ी में छिपा दिया था। अमरावती को जब मैने मारा था तो वहाँ मेरे अलावा और कोई नही था।

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment