प्रसिद्ध शिक्षाविद एवं विधि विशेषज्ञ शिक्षक नेता तपेश्वरी पांडेय की दूसरी पुण्यतिथि मनाई गई
आजमगढ़ : जब कोई व्यक्ति अपना जीवन समाज के लिए समर्पित कर देता है और उसी के उत्थान को अपना ध्येय बना लेता है तो उसका जीवन स्मरणीय हो जाता है और लोग उसके न रहने पर जरूर याद करते हैं। आज तपेश्वरी पांडेय की कमी को लोग महसूस कर रहे हैं। गुरुवार को प्रसिद्ध शिक्षाविद एवं विधि विशेषज्ञ शिक्षक नेता तपेश्वरी पांडेय की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर तमसा प्रेस क्लब सभागार में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जयप्रकाश नारायण ने कहाकि पांडेय जी शिक्षकों के साथ ही समाज के अन्य वर्गों के उत्थान के लिए भी हमेशा लगे रहते थे, जो भी पीड़ित, शोषित उनके संपर्क में आता था वह उसकी यथासंभव मदद करते थे और उसके लिए अपने निजी हित को कभी आड़े नहीं आने देते थे। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए शिक्षक नेता हरिमंदिर पांडेय ने अपने संस्मरण सुनते हुए तपेश्वरी पांडेय को याद करते हुए कहाकि वह शिक्षक हितों के लिए हमेशा तत्पर रहते थे साथ ही उन्होंने दर्जनों पुस्तकों का लेखन और संपादन किया जिससे शिक्षकों को अपनी समस्याओं को सुलझाने में आज भी काफी सहायता मिलती है। इस अवसर पर डॉक्टर ज्ञान प्रकाश दुबे ने कहा कि पांडेय जी शिक्षकों ही नहीं आम मजदूर, कर्मचारी के हितों के लिए ताजिंदगी संघर्षरत रहे। श्रद्धांजलि सभा को सर्वश्री आनंद उपाध्याय, कर्मचारी नेता गिरीश चतुर्वेदी, सुभाषचंद्र सिंह, जुल्फिकार अहमद, डॉ रविंद्रनाथ राय, प्रवीण सिंह, दयाराम यादव, रामदुलार चौहान, राम अवतार सिंह, जुल्फिकार बेग, रामदरस यादव, सूबेदार यादव, बैजनाथ गंवार, जिला बार के पूर्व अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, श्रीराम पांडेय, गंगा सागर तिवारी सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया। सभा का संचालन विजय कुमार यादव एवं आभार ज्ञापन कीर्तिमान पंकज पांडेय ने किया।
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