दो महीने पहले कप्तानगंज थाना क्षेत्र में हुई थी वारदात,आपसी रंजिश में की गई थी गोली मार कर हत्या
आजमगढ़ : जिले की स्वाट टीम व थाना कप्तानगंज पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा दो माह पूर्व हुई किसान की खेत में गोली मारकर हत्या की घटना का सफल अनावरण करते हुए 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त एक जोड़ी जूता, एक तमंचा .315 बोर ,एक खोखा कारतूस.315 बोर व एक मोबाइल बरामद किया गया। बता दें कि दिनांक 29 नवंबर 24 को वादी अजीत राय पुत्र स्व राजदेव राय निवासी ग्राम देवहट्टा थाना कप्तानगंज के भाई सुनील राय पुत्र स्व0 राजदेव राय जो ट्रैक्टर से नवली ग्राम सभा के त्रिवेणी प्रजापति के खेत में जुताई कर रहे थे उसी समय किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गोली मारकर हत्या कर दिया गया था। जिसमें विवेचना में अभियुक्तों नितीश राय पुत्र सत्यदेव राय उर्फ पप्पू राय निवासी देवहट्टा, मौसम चौहान पुत्र उदयराज चौहान निवासी मालेपट्टी थाना कप्तानगंज, सत्यदेव राय उर्फ पप्पू राय पुत्र स्व0 रामधारी राय निवासी देवहट्टा का नाम प्रकाश में आया। थानाध्यक्ष विवेक कुमार पाण्डेय मय हमराह व स्वाट टीम प्रभारी नन्द कुमार तिवारी मय हमराह द्वारा मुखबिर की सूचना पर अभियुक्तों नितीश राय पुत्र सत्यदेव राय व मौसम चौहान पुत्र उदयराज चौहान को मालेपट्टी से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि सुनील कुमार राय उर्फ मुन्ना राय जो कि मेरे पड़ोसी है जिनसे मेरे परिवार का काफी दिनों से जमीन सम्बन्धी विवाद चल रहा है अक्सर सुनील कुमार राय उर्फ मुन्ना राय हम लोगों को भद्दी-भद्दी गाली देते रहते थे और बेइज्जत करते रहते थे जब मेरे बाबा स्व0 रामधारी राय की मृत्यु हुई थी तो सुनील कुमार राय व उनके परिवार के लोगों द्वारा उनके शव को उठने नहीं दिया जा रहा था जिससे मेरे गाँव व आस पास के गाँव मे मेरे परिवार की बड़ी बदनामी हुई थी उस समय हम लोग कमजोर होने के नाते अपने आप को शान्त कर लिये । इधर बीच फिर से मुन्ना राय मेरे घर के सामने से जाने वाले रास्ते मे मिट्टी पटवा दिये थे जिससे मेरे व उनके घर से विवाद हुआ था। जिससे क्षुब्ध होकर मैं और मेरे पिता द्वारा इनकी हत्या का प्लान बनाया गया व मेरे मित्र जिसका नाम मौसम चौहान पुत्र उदयराज चौहान निवासी मालेपट्टी थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़ को पैसों का लालच देकर अपने साथ प्लान में शामिल किया गया। मेरे घर में पहले से देशी तमंचा मेरे पिता पप्पू राय द्वारा रखा गया था। योजना के तहत दिनांक 14 नवंबर 2024 को घटना अंजाम देने के लिये मैने पिता जी के कहने पर एक सिम हेतूगंज बाजार से खरीदा जिसका नम्बर 81xxxxxxxx था। तमंचा लेकर दिनांक 22 नवंबर 2024 को मैं अपने पिता की मोटर साइकिल सुपर स्पलेण्डर से अपने दोस्त मौसम चौहान को लेकर नवली गाँव के तरफ गया जहाँ पर मुन्ना राय अपने ट्रैक्टर से खेतो की जुताई कर रहे थे । मुन्ना राय की हत्या करने के लिये हम दोनों लोग मौके की तलाश करते रहे लेकिन उस दिन मौका नही मिल पाया इसी बीच पुनः रास्ते के विवाद को लेकर ही मेरे पिता को मुन्ना राय द्वारा गाली गलौज तथा जान से मारने की धमकी दी गयी थी। पुनः दिनांक 29 नवंबर 2024 को अपने दोस्त मौसम चौहान को अपने मोबाइल नम्बर पर फोन करके बुलाया तो वह बड़सरा खालसा गाँव मे आकर मिला वहाँ पर मेरे पिता भी मौजूद थे उनके द्वारा पुनः उसी तमंचे में एक कारतूस भरकर दिया गया और बताये कि केवल तुम्हे ट्रिगर दबाना है उसके बाद हम लोग अपनी मोटर साइकिल से खालिसपुर फार्म हाउस के पास स्थित पुलिया पर पहुंच गये करीब दो तीन घण्टे तक सुनील राय उर्फ मुन्ना राय के ट्रैक्टर की रैकी करते रहे मेरा दोस्त मौसम चौहान वहीं पुलिया के पास मोटर साइकिल लेकर खड़ा था मैं पैदल ही भरा हुआ तमंचा लेकर तथा चेहरे पर मास्क लगाकर मुन्ना राय की हत्या करने के लिये नाले के किनारे किनारे नवली गाँव के सामने पहुंचा जहां पर मुन्ना राय खेत की जुताई करने के लिए पहुचे थे। तब शाम होने वाली थी मैं लगभग आधा घण्टे तक वहीं झाड़ में छुपा रहा मुन्ना राय उसी समय त्रिवेणी प्रजापति के खेत मे जुताई करने के लिये आये तो मै धीरे-धीरे उस खेत के मेड़ पर जाकर खड़ा हो गया क्योंकि वहीं कुछ दूरी पर त्रिवेणी प्रजापति व उसके भाई रामधनी खड़े थे मै मौके का इन्तजार कर रहा था जहां पर मुन्ना राय खेत की जुताई कर रहे थे जैसे ही मुन्ना राय खेत की जुताई करते हुए मेरे सामने पहुचे मैने उनके ऊपर सामने से फायर किया गोली मुन्ना राय के सीने मे लगी और वह ट्रैक्टर से नीचे गिर गये । तत्काल वहाँ से नाला पार करते हुए सूनसान इलाके तथा मौके का लाभ लेकर पुलिया के पास खड़े अपने दोस्त मौसम चौहान के पास पहुंचा तो मेरा जूता जो नाला पार करते समय भीग गया था । जिसमे काफी मिट्टी लगी थी मै अपने जूते को वही पुलिया के पीछे छिपा दिया और अपने मोबाइल का सिम जिसका नम्बर 81xxxxxxxx था वही तोड़ कर फेक दिया और अपने पहने हुए कपड़े को भी जला दिया। हत्या में प्रयुक्त तमंचे के बारे में पूँछने पर बता रहा है कि जिस तमंचे से मुन्ना राय की हत्या किया हूँ उसको अपने घर के सामने रखे गये गोबर के घूर मे पन्नी मे रखकर छिपा दिया हूँ चलकर बरामद करवा दूंगा। जिसकी निशानदेही पर मौके पर पहुँचकर सभी सामान को बरामद किया गया।
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