एसपी ग्रामीण ने जांच के बाद सौंपी थी रिपोर्ट,कर्तव्य पालन में मिली लापरवाही
आजमगढ़: जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के शमसाबाद में मंजूसा नदी के पुल के पास संरक्षित पशुओं के अवशेष मिलने के मामले में शिथिलता बरतने पर एसपी हेमराज मीना ने थानाध्यक्ष अहरौला को लाइन हाजिर कर दिया। अहरौला थानाध्यक्ष पर और भी कई गंभीर आरोप लगे थे। जिसकी अभी भी जांच चल रही है। बता दें कि मंगलवार की सुबह अहरौला थाना क्षेत्र के शमसाबाद मंजूषा पुल के पास नदी के किनारे संरक्षित पशुओं के अवशेष मिलने के मामले में अहरौला थानाध्यक्ष मनीष पाल ने बिना किसी कार्रवाई के दफन करा दिया था। विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक प्रशांत कुमार ने अपने पदाधिकारियों से इस मामले में शिकायत की। उनकी शिकायत पर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संयोजक गौरव सिंह रघुवंशी ने इसे लेकर एक्स के माध्यम से आजमगढ़ पुलिस, डीएम आजमगढ़, डीआईजी आजमगढ़, यूपी पुलिस व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट किया। पोस्ट में लिखा 'समशाबाद पुल के समीप चार वध हेतु प्रतिबंधित मवेशियों का कटा हुआ सिर मिला है। जिसे पुलिस द्वारा वहीं गड़वा दिया गया है। बिना जांच कराएं, घटना की अच्छे से जांच किया जाए और उचित कार्यवाही हो'। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने एसपी ग्रामीण को मामले की जांच के लिए निर्देश दिए। वह देर शाम अहरौला के शमशाबाद पुल के पास पहुंचे जहां उन्होंने जेसीबी से अवशेष को फिर से बाहर निकलवाया और फोरेंसिक टीम से सेंपलिंग कराई और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया। इसके बाद जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंप दी। जांच में दोषी पाए जाने पर और कर्तव्य पालन में लापरवाही करने के आरोप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने मनीष पाल को लाइन हाजिर कर दिया।
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