होमियोपैथ के विकास के लिए डा. सुभाष सिंह के कार्य सराहनीय हैं- डा० भक्तवत्सल
राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में विशेष साइंटिफिक सेमिनार’ आयोजित हुआ
आजमगढ़: नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ होमियोपैथी कोलकाता के डायरेक्टर डा. सुभाष सिंह का गुरूवार को जनपद आगमन हुआ। उनके आगमन पर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ होमियोपैथी कोलकाता के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व सदस्य केंद्रीय होमियोपैथी परिषद डा. भक्तवत्सल, हमाई आजमगढ़ के अध्यक्ष डा. देवेश दुबे, डा. मनोज मिश्र, डा. अनुतोश वत्सल आदि ने माल्यापर्ण कर व पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस दौरान डाक्टर भक्तवत्सल ने डा. सुभाष सिंह द्वारा होमियोपैथ के विकास के लिए किए गए कार्यों की सराहना की। कहा कि हम सभी का लक्ष्य होमियोपैथी को जन जन तक पहुंचाना है। इसके लिए हम निरंतर प्रयास करते रहेंगे। इसके बाद डा. सुभाष सिंह राजकीय श्री दुर्गा जी होम्योपैथिक मेडिकल कालेज चंडेश्वर में आयोजित एक विशेष साइंटिफिक सेमिनार’ में शामिल हुए इसमें नवीनतम वैज्ञानिक शोध, रोग उपचार की नवीन तकनीको पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने होमियोपैथी की उपयोगिता और उसकी विशेषता पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारंभ डा. सुभाष सिंह ने दीप प्रज्वलन और महात्मा हैनिमैन तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ संजय कुमार पाण्डेय ने विशिष्ट अतिथि डॉ सुभाष सिंह डायरेक्टर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ होमियोपैथी कोलकाता का स्वागत पुष्प गुच्छ भेंटकर किया। इस दौरान प्रा.े डॉ सुभाष सिंह ने नवीनतम वैज्ञानिक शोध, तकनीकी नवाचार और भविष्य में होमियोपैथी के विकास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि होमियोपैथी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो असाध्य रोगों को भी जड़ से समाप्त करती है। सबसे बड़ी बात है कि यह अन्य चिकित्सा पद्धतियों की अपेक्षा काफी सस्ती है। हमारा लक्ष्य होमियोपैथी को जन जन तक पहुंचाना है। इस अवसर पर स्टूडेंट्स और टीचर्स दोनों ने इस ज्ञानवर्धक सत्र का भरपूर लाभ उठाया। सेमिनार में छात्रों को होमियोपैथी के क्षेत्र में करियर बनाने के बारे में भी मार्गदर्शन दिया गया। शिक्षकों ने इस सत्र को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह छात्रों को उनके अकादमिक जीवन में नई दिशा देने में मदद करेगा। प्राचार्य प्रो. डॉ संजय कुमार पाण्डेय ने कहा कि यह कार्यक्रम कालेज के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुआ है। आगे भी इस तरह के आयोजन किए जाएंगे। ताकि छात्रों को नवीन तकनीकों और शोधों की जानकारी मिलती रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रो. डॉ. आर एस यादव, प्रो. डॉ आर आर यादव , डॉ. चंद्र प्रकाश मिश्रा, डॉ सुरेंद्र सिंह, डॉ सोनी, डॉ. अजय कुमार पाण्डेय डॉ. कविता, डॉ. स्फूर्ति,डॉ प्रतिमा ,डॉ. शैलेन्द्र , डॉ अजय कुमार पाण्डेय डॉ रामकृपाल प्रजापति तथा अन्य महाविद्यालय स्टाफ उपस्थित था।
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