फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के इब्राहिमपुर निवासी थे,सुसाइड नोट में पत्नी को बताया मौत की वजह
आजमगढ़: फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव निवासी अधिवक्ता ने विषाक्त पदार्थ खाकर आत्महत्या कर लिया। सुसाइड नोट में अधिवक्ता ने अपनी पत्नी को इसका जिम्मेदार बताया है। अधिवक्ता की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है । पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मुन्ना सिंह यादव 32 पुत्र नेमई यादव पेशे से अधिवक्ता थे। पत्नी रेनू से विवाद होने पर पत्नी ने महिला हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत किया। पति एवं पत्नी को 112 नम्बर पुलिस कोतवाली ले गयी। सदमे में अधिवक्ता ने अंबारी से विषाक्त पदार्थ खरीद कर घर आकर पानी मे घोलकर पी लिया। हालत बिगड़ी तो परिजनों द्वारा फूलपुर के ताहिर मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां से रिफर होने पर शाहगंज ले जाते समय रास्ते मे ही उनकी मौत हो गयी। बड़े भाई हीरालाल यादव ने फूलपुर कोतवाली में पत्नी के खिलाफ तहरीर दी है। अधिवक्ता मुन्ना सिंह यादव ने सुसाइड नोट में लिखा है कि इसमें मेरे परिवार की कोई गलती नहीं है। मेरी मौत का जिम्मेदार सिर्फ मेरी पत्नी रेनू है। अधिवक्ता की शादी फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के मिया करीमपुर में दलसिंगार यादव की पुत्री रेनू यादव से हुई थी। अभी 12 अक्टूबर को उसका दोंगा आया था। घटना के बाद मृतक की पत्नी रेनू यादव अपने मायके वालों के साथ मायके चली गयी। मृतक तीन भाइयों में बीच का था। छोटा भाई बच्चूलाल यादव है। आजमगढ़ दीवानी न्यायालय में मुन्ना सिंह यादव अधिवक्ता थे उनकी मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है। कोतवाली प्रभारी शशी चंद चौधरी ने बताया कि बड़े भाई हीरालाल यादव द्वारा तहरीर मिली है। पत्नी द्वारा प्रताड़ित करने के कारण सल्फास खाने का आरोप परिजन लगा रहे है ।
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