ऋषभ और कामेश्वर को कुलपति ने किया सम्मानित,अब लखनऊ में दिखाएंगे अपनी प्रतिभा
आजमगढ़: भारत रत्न लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयन्ती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ में कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार शर्मा की मौजूदगी में मनाई गई। राज्यपाल एवं सचिवालय उप्र लखनऊ के निर्देशानुसार तीन चक्रीय प्रतियोगिता आयोजित किया जाना था। जिसमे प्रथम चक्र की प्रतियोगिता विवि परिसर में पूर्व में ही सम्पन्न हुई थी। प्रथम चक्र के प्रतियोगिता में ड्रामा में अनुराग, निबंध में नजरूल इस्लाम, कविता में ऋषभ, वर्षा व देश भक्ति प्रतियोगिता में कामेश्वर विजयी हुए थे। इसके बाद द्वितीय चक्र की प्रतियोगिता वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी नोडल महाविद्यालय में हुई। जहां कविता लेखन में ऋषभ और देश भक्ति प्रतियोगिता में कामेश्वर विजयी हुए। तृतीय चक्र की प्रतियोगिता के लिए ऋषभ व कामेश्वर राज्यभवन में प्रतिभाग करेंगे और अपनी प्रतिभा का परचम लहरायेंगें। शनिवार को महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ के कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार शर्मा ने विजयी प्रतिभागियों को माल्यार्पण व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके अलावा अन्य छात्रों को भी प्रशस्ति पत्र देकर हौसला अफजाई किया। इस दौरान महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ द्वारा कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार शर्मा ने कहाकि विश्वविद्यालय सांस्कृतिक गतिविधियों को सदैव प्रोत्साहित करता रहा है और आगे भी करता रहेगा। समाज के सर्वागीण विकास के लिए सांस्कृतिक गतिविधियां अनिवार्य है। शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों से विद्यार्थियों का व्यक्तित्व निखरता है और व्यक्तित्व निर्माण में होता है। युवाओं को निखारने के लिए किसी भी शिक्षण संस्थाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों में इजाफा करना होगा। तभी प्रतिभाओं को विशेष आयाम मिल सकेगा। उन्होंने द्वितीय चक्र में प्रतिभाग करने वाले पाँचों छात्रों कमशः अनुराग, नजरूल इस्लाम, ऋषभ, वर्षा व कामेश्वर को शुभकामनाए दिया। अन्त में प्रो शर्मा ने विवि के अनुषांगिक संगठन सांस्कृतिक परिषद् की पूरी टीम विशेष रूप से अध्यक्ष प्रो जूही शुक्ला व निर्णायक मण्डल सहित सभी अधिकारियों, प्राध्यापकों के साथ-साथ कार्यकम के समन्वयक डॉ प्रवेश व डॉ.शुभम् राय, डॉ प्रियंका, निधि, डॉ वैशाली, सूर्यप्रकाश आदि के परिश्रम को सराहाना की। संचालन सचिव सांस्कृतिक परिषद् डॉ प्रवेश कुमार सिहं ने किया। इस अवसर पर भी सचिव डॉ प्रवेश सिंह, वरिष्ठ सदस्य प्रोफ़ेसर गीता सिंह, डॉ अतुल, डॉ जयप्रकाश, प्रो. मदनमोहन, विपिन शर्मा, चंदन, प्रांशु हिमांशु, रमेश,केशव, भूपेंद्र आदि मौजूद रहे।
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