पत्रकार संगठन ने की है शिकायत, कोतवाल दे चुके हैं क्लीन चिट, फिर से पंहुची जांच टीम
स्वप्न में भी तिरंगे की अपमान की बात सोच नहीं सकता - अफसर अली,प्राचार्य
आजमगढ़ : राष्ट्रध्वज के अपमान के मामले में मजिस्ट्रेटी टीम पुन: मंगलवार को शिब्ली नेशनल कालेज में धमक पड़ी। तहसीलदार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने न सिर्फ मौका मुआयना किया बल्कि आरोपित प्राचार्य अफसर अली से भी काफी देर तक पूछताछ की। उन्हें जल्द से जल्द लिखित जवाब देने को कहा है। माना जा रहा है कि टीम जल्द ही जांच कर अपनी रिपोर्ट को सौंप देगी। इसके बाद इस मामले में निर्णय लिया जाएगा।शिब्ली नेशनल कालेज आजमगढ़ के प्राचार्य अफसर अली का गत स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज के कथित अपमान का वीडियो वायरल हुआ था। इसकी शिकायत एक पत्रकार संगठन ने पीएमओ, गृह मंत्रालय से लेकर सीएम और राज्यपाल तक से की थी। इस मामले की जांच में कोतवाल शशिमौलि पांडेय ने उन्हें क्लीन चिट दी थी। क्लीन चिट मिलने के बाद दोबारा कमिश्नर से शिकायत की गई। उनके निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम गठित हुई है। विदित हो कि शिब्ली के प्राचार्य अफसर अली पर सहायक प्रोफेसर नियुक्तियों में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया गया था। फिलहाल यह मामला शासन से लेकर न्यायालय तक चल रहा है। यह था मामला : 15 अगस्त 2024 को स्वतंत्रता दिवस समारोह के वायरल वीडियो में शिब्ली नेशनल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर अफसर अली तिरंगे की सलामी देने के दौरान एक हाथ पैंट की जेब में डाले दिख रहे हैं। हालांकि उन्होंने इसे चूक बताया था लेकिन पत्रकार संगठन ने गंभीर मामला मानते हुए शिकायत की थी। संगठन का मानना है कि यह अनजाने में नहीं है बल्कि जानबूझकर कर राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है। वहीं आज पुनः जांच शुरू होने पर प्राचार्य शिब्ली नेशनल कालेज के प्राचार्य अफसर अली ने मीडिया को बताया कि जांच के लिए आई टीम का पूरा सहयोग किया गया। उन्हें पूरी बात बताई गई। जहां तक जेब में एक हाथ डालने का सवाल है वह मानवीय भूल से हो गया। मैं स्वप्न में भी तिरंगे की अपमान की बात सोच नहीं सकता, करना तो दूर है। कुछ लोग साजिश के तहत इस तरह के मामले को तूल दे रहे हैं।
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