रायबरेली में पकड़े गए फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले रैकेट से जोड़ा जा रहा है मामला
आजमगढ़: जिले में एक बार फिर एटीएस की चहलकदमी से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। फिलहाल लखनऊ से आई एटीएस का रुख जिला मुख्यालय के आसपास ही है। माना जा रहा है कि जांच के बाद एटीएस बड़ा राजफाश कर सकती है। वहीं चर्चा ये भी है कि रायबरेली में फर्जी प्रमाण पत्र बनने के मामले का खुलासा होने के बाद पूरे प्रदेश में इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। जिसे लेकर जिले में एटीएस ने दस्तक दी है। हालांकि इस मामले में जिले स्तर के अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। रायबरेली के सलोन और छतोह ब्लॉक में फर्जी प्रमाण पत्र बनने का बड़ा मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। सभी जिलों के डीएम को जन्म प्रमाण पत्रों की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। वहीं डीजीपी मुख्यालय की ओर से पुलिस को भी जांच में सहयोग करने का आदेश दिया गया है। प्रमाण पत्र बनवाने में पीएफआई के सदस्यों की भूमिका की जांच का जिम्मा एटीएस को सौंपा गया है। इसे लेकर एटीएस अलग-अलग जिलों में छापेमारी कर रही है। सूत्रों की माने तो जन्म प्रमाण पत्र की जांच के लिए एटीएस जिले में धमकी है। टीम पुलिस अधिकारियों से भी मिली। जगह-जगह छापेमारी भी कर रही है। कारण कि आजमगढ़ जनपद में आतंकियों और संदिग्धों के पकड़े जाने का सिलसिला पुराना है।ं
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