पशुओं से बचाव के लिए खेत के चारों तरफ दौड़ाया था विद्युत प्रवाहित तार
आजमगढ़: शहर कोतवाली क्षेत्र के कोठरा जीयनपुर गांव निवासी 44 वर्षीय किसान विनोद पाठक और हाफिजपुर गांव निवासी राजगीर 60 वर्षीय जगदीश चौहान पशुओं के लिए बनाए गए तार के सुरक्षा बाड़ में प्रवाहित करेंट की चपेट आकर जान गंवा बैठे। मौत से दोनों परिवारों में कोहराम मचा रहा। महकमा मुकदमा दर्ज कराने में जुटा रहा। विनोद पाठक गांव में ही जनरल स्टोर की छोटी सी दुकान चलाते थे। सुबह समय निकालकर खेती-बारी करते थे। फसलों के बचाव के लिए खेत को चारों तरफ से तार का बेड़ा बनाकर घेर दिए थे और इसमें करेंट दौड़ा देते थे। चूंकि उनके पिता सत्यप्रकाश गांव में लोगों के घर कथा-पूजा करते हैं। ऐसे में अपने घर होने वाले सत्यनारायण व्रत कथा के लिए जगदीश चौहान उनके यहां जा रहे थे। जाते समय विनोद को खेत में काम करते देख उनसे हालचाल लेने के लिए उनके पास जाने लगे। खेत में चारों तरफ लगे बिजली प्रवाहित तार से अनभिज्ञ जगदीश उसके संर्पक में आ गए। यह देख विनोद के होश उड़ गए और वह दौड़कर उन्हें छुड़ाना चाहे, लेकिन दोनों जान गंवा बैठे। यह देख आसपास के लोगों की चीख-पुकार पर पहुंचे ग्रामीणों ने बिजली के तार को हटाकर दोनों को अलग किया और जिला अस्पताल ले आए। यहां आपातकालीन कक्ष में तैनात डा. शैलेेंद्र विमल ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि खेत में भिंडी की सुरक्षा को लेकर विनोद हर रात तार को लगा देते थे और दिन में हटा लेते थे। शुक्रवार को वह इसे हटाना भूल गए और इतना बड़ा हादसा हो गया। कुछ लोगों ने विनोद को यह करने से मना भी किया था, लेकिन वह नहीं माने। नियति देखिए कि वह खुद इसी से इस कदर जान गंवा बैठे। विनोद पाठक एक बेटे और दो बेटियों के पिता थे। तीनों बच्चों की अभी शादी होनी है। उनके घर पर मातम पसरा रहा। उधर, जगदीश के छह बच्चों में तीन पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। सभी का रो-रोकर हाल बुरा है। आसपास के लोग सबको ढांढस बंधाते रहे। इस हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
Blogger Comment
Facebook Comment