शैक्षणिक समस्याओं को शीघ्र हल कराए आजमगढ़ विश्वविद्यालय - अभाविप
आज़मगढ़:- मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आजमगढ़ के नेतृत्व में छात्रों ने महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप शर्मा के कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। छात्र संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद के सदस्य प्रशांत मंत्री त्रिपाठी ने कहा कि माइनर रिसर्च प्रोजेक्ट का फार्म सेमेस्टर की परीक्षाओं के मध्य फार्म भरने के लिए तुगलकी फरमान जारी किया गया एवं रिसर्च प्रोजेक्ट जैसे गंभीर विषय को बहुत ही हल्के रूप में विश्विद्यालय द्वारा लिया गया,जिन शिक्षकों ने खुद रिसर्च नहीं किया या जिन महाविद्यालय में उन विषयों के शिक्षक ही नहीं है वहां पर रिसर्च प्रोजेक्ट कैसे कराया गया? प्रान्त सह-मंत्री स्नेहा श्रीवास्तव ने कहा कि 3 वर्षों से विश्वविद्यालय द्वारा मात्र ऑनलाइन परिणाम घोषित किए जा रहे हैं, पीजी के कुछ विषयों को छोड़कर स्नातक स्तर पर किसी भी विद्यार्थी को किसी भी सेमेस्टर का कोई भी अंक पत्र अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। विश्वविद्यालय समिति अध्यक्ष अपराजिता सिंह ने कहां की विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रणाली परीक्षा प्रणाली एवं प्रायोगिक परीक्षाओं में कई तरह के दाव पेंच लगाने के कारण महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय से छात्रों का रुझान कम होता जा रहा है,लगातार प्रवेश में छात्रों की संख्या घटती जा रही है,अधिकांश अवैध कोचिंग सेंटर इसका लाभ उठाकर छात्रों को गुमराह करके दूसरे विश्वविद्यालय में प्रवेश करा रहे है, इस संबंध में भी विश्वविद्यालय द्वारा ऐसे कोचिंग संस्थान के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहे है। विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द समस्या का समाधान हेतु ठोस कदम उठाए। आजमगढ़ के जिला संगठन मंत्री ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा विश्वविद्यालय के तीसरे एवं पांचवें सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में प्रत्येक महाविद्यालय में 30 से 40% छात्रों को कुछ विषयों में बहुत ही काम नंबर मिले हैं छात्र कुछ विषयों में तो बहुत अच्छे नंबर प्राप्त किए हैं लेकिन कुछ विषयों में तीन से पांच नंबर मिले हैं इससे ऐसा प्रतीत होता है की मूल्यांकन में या तो शिक्षकों से लापरवाही हुई है या एजेंसी द्वारा नंबर चढ़ाने में कोई त्रुटि की गई है। छात्र हलकान एवं परेशान है लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा लगातार टालमटोल किया जा रहा है ऐसी स्थिति में छात्रों के अंदर एक व्यापक जनाक्रोश है जो आज दिख रहा है ,रिवैल्युएशन की कोई व्यवस्था न होने के कारण छात्रों से आरटीआई के माध्यम से उनकी कापियों को दिखाने के लिए कहा जा रहा है जिसकी एक बहुत लंबी प्रक्रिया है और छात्र का काम से कम प्रत्येक पेपर में मात्र कापी देखने के लिए 250 से ₹350 खर्च होने के बाद बताई जा रही है। गरीब छात्र इतना पैसा कहां से लायेंगे इसके लिए कोई सरल और ठोस उपाय अब तक विश्वविद्यालय में नहीं निकाला। आजमगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप शर्मा के गैर मौजूदगी में अभाविप के कार्यकर्ताओं ने कुल सचिव को ज्ञापन सौंपा जिसमे मुख्य रूप से राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद के सदस्य त्रिपाठी, प्रान्त सह-मंत्री स्नेहा श्रीवास्तव, विश्वविद्यालय समिति के अध्यक्ष अपराजिता सिंह, विभाग संगठन मंत्री अभिषेक श्रीवास्तव,विभाग संयोजक उत्कर्ष पांडे,जिला संगठन मंत्री ज्ञान प्रकाश सिंह, आजमगढ़ जिला संयोजक आलोक मिश्रा,लालगंज जिला संयोजक अभिषेक राय,आलोक राय एवं समस्त कार्यकर्तागढ़ उपस्थित रहे।
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