सोने के वर्क व चंदन की खुशबू वाले टिकटों के मुद्रण में अयोध्या की मिट्टी और सरयू के जल का प्रयोग हुआ
आजमगढ़ 23 अप्रैल-- प्रवर अधीक्षक डाकघर आजमगढ़ मंडल अखिलेश कुमार ने बताया कि भारतीय डाक विभाग लोगों को अपनी विरासत और संस्कृति से जोड़ने के लिए विभिन्न डाक टिकटें जारी करता है। डाक टिकट किसी भी राष्ट्र की सभ्यता, संस्कृति एवं विरासत के संवाहक होते हैं। इसी क्रम में अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 18 जनवरी 2024 को भारतीय डाक विभाग द्वारा ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ को समर्पित 6 विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किये गये थे। प्रधानमंत्री के द्वारा जारी इन स्मारक डाक टिकटों में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के साथ भगवान गणेश,भगवान हनुमान,जटायु,केवटराज और माता शबरी पर जारी डाक टिकट शामिल हैं। सोने के वर्क से सुसज्जित और चन्दन की खुशबू से सुवासित इन डाक टिकटों में सूर्यवंशी राम के प्रतीक सूर्य की छवि के साथ पुण्य नदी सरयू का चित्र भी है और ‘मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी’ चौपाई के माध्यम से राष्ट्र के मंगल की कामना है। इन डाक टिकटों के मुद्रण में अयोध्या की पवित्र मिट्टी और सरयू के पवित्र जल का इस्तेमाल करते हुए इसे पंच महाभूतों के दर्शन से भी जोड़ा गया है। ये विशेष स्मारक डाक टिकट स्मृति चिन्ह के रूप में आजमगढ़ जिले के प्रधान डाकघर तथा 44 उपडाकघरों एवं मऊ जिले के प्रधान डाकघर तथा 24 उपडाकघरों में रु० 500/- मात्र का विक्रय हेतु उपलब्ध है |
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