ख्यातिलब्ध नाट्य निर्देशकों के चर्चित नाटकों का मंचन होगा
पूर्वांचल की लोक कलाओं के लिए भी महत्वपूर्ण मंच रहेगा - ममता पंडित
आजमगढ़: देश की ख्यातिलब्ध नाट्य संस्था सूत्रधार संस्थान आजमगढ़ द्वारा स्थानीय शारदा टॉकीज में तीन दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह आजमगढ़ रंग महोत्सव का आयोजन आगामी 20 मार्च से 22 मार्च 2024 तक होने जा रहा है। ज्ञात हो कि यह आयोजन पिछले 18 वर्षों से निरंतर आयोजित होता चला आ रहा है। जिसमें देश के मुख्य धारा के रंगमंच के ख्यातिलब्ध नाट्य निर्देशकों के चर्चित नाटकों का मंचन किया जाता रहा है साथ ही पूर्वांचल की लोक कलाओं के लिए भी यह आयोजन एक महत्वपूर्ण मंच उपलब्ध कराता है ।आजमगढ़ रंग महोत्सव 2024 की संयोजक रंगकर्मी ममता पंडित ने इस बार के 18 वे आरंगम के स्वरूप पर विस्तार से बताते हुए कहा कि संस्कृति विभाग भारत सरकार के सहयोग से हम इस बार अपना 18वा आजमगढ़ रंग महोत्सव जिसे हम आरंगम के नाम से जानते हैं का आयोजन कर रहे हैं इसमें स्थानीय कलाकारों के लोक नृत्य ,कवि गोष्ठी, कहानी पाठ, नाटक आदि साहित्यिक विधाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इस क्रम में कथा रंग लखनऊ के टोली द्वारा स्टोरी टेलिंग , संकल्प बलिया द्वारा भिखारी ठाकुर का प्रसिद्ध नाटक बेटी वियोग एवं सूत्रधार के दो नाटक भीष्म साहनी की कहानी सागमीट और फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी पहलवान की ढोलक का मंचन प्रतिदिन शाम 6:30 बजे से किया जाएगा । इससे पूर्व आरंगम में प्रतिदिन पूर्वरंग में लोक नृत्य रंग संगीत लोक गायन व काव्य गोष्ठी आदि का आयोजन किया जाएगा। चूंकि देश के शीर्षस्थ रंग पुरुष पद्मश्री प्रोफेसर राज बिसारिया पिछले दिनों हमारे बीच नहीं रहे साथ ही हमारे जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार डॉक्टर कन्हैया सिंह का भी पिछले दिनों निधन हो गया है इसलिए इस वर्ष का आरंगम हम इन दो महान विभूतियों पर समर्पित करेंगे । रोजाना शाम 5:00 बजे से रात 8:00 बजे तक यह आयोजन शारदा टॉकीज के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा यह आयोजन दर्शकों के लिए पूर्णता निशुल्क है।
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