वन विभाग की टीम को नहीं मिला कोई पदचिह्न, ग्रामीणों में दहशत
आजमगढ़ : अहरौला थाना के खांदा रामपुर गांव के सामने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के स्टोन नंबर 213 के पानी निकासी की पाइप में तेंदुआ और उसके पैर के निशान नहीं मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि वन विभाग ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। सोमवार की सुबह पाइप के दोनों सिरे पर बांधी गई जाली को वन विभाग की टीम ने हटाया। रविवार की शाम को खांदा रामपुर गांव के सामने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के स्टोन नंबर 213 के बाद चारवाहों ने तेंदुआ दिखाई देने की सूचना डायल 112 व वन विभाग को दी थी। वन विभाग की टीम को पूर्वांलच एक्सप्रेस वे में लगे पानी निकासी की पाइप में होने जानकारी दी गई। टीम ने रात में प्रयास किया लेकिन लंबा पाइप होने के कारण कुछ स्पष्ट नहीं पता चल सका। ऐसे में सुरक्षा के दृष्टि से पाइप के दोनों तरफ मजबूत जाली बांधी दी गई, जिससे तेंदुआ बाहर न निकल सके। सोमवार को सुबह आठ बजे डीएफओ जीडी मिश्रा, क्षेत्रीय वन अधिकारी जगन्नाथ प्रसाद, ज्ञान प्रकाश वर्मा, वन दरोगा केसभान यादव, लक्ष्मी शंकर आदि पहुंचे तो पाइप के अंदर तेंदुआ तो नहीं मिला, लेकिन जाल फटा हुआ था। टीम ने बताया कि सियार ने जाल को काटा होगा। डीएफओ जीडी मिश्रा ने बताया कि तेंदुआ दिखाई नहीं दिया है। उसके पैर के निशान भी नहीं मिले हैं। उसके बाद भी सतर्कता बरती जा रही है। वन विभाग की टीम को लगातार नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। जाली को सियार ने काट दिया था।
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