2016 में हुआ था फरार,एसटीएफ व सिधारी पुलिस की टीम को मिली सफलता
आजमगढ़: स्पेशल टास्क फोर्स, लखनऊ और सिधारी थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक लाख के इनामी बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। हत्या, डकैती लूट सहित कई संगीन अपराध को अंजाम देने वाला यह बदमाश वर्ष 2016 में जिला कारागार से फरार हो गया था। जिसके ऊपर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था। उसके पास तमंचा व कारतूस बरामद हुआ है। एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से फरार/पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एस०टी०एफ० की विभिन्न इकाईयो/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में प्रमेष कुमार शुक्ल, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ लखनऊ के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। अभिसूचना संकलन के क्रम में उ0नि0 जावेद आलम सिद्दीकी के नेतृत्व में मु0आ0 मृत्युन्जय सिंह, यषवन्त सिंह, चन्द्र प्रकाष मिश्र की एक टीम जनपद आजमगढ़ में मौजूद थी, इस दौरान ज्ञात हुआ कि वर्ष-2016 में जनपद कारागार आजमगढ़ में निरूद्ध बन्दी जितेन्द्र मुसहर जेल की दीवार फादकर फरार हो गया था और उसके विरूद्ध थाना सिधारी में मुकदमा पंजीकृत हुआ था जिसमें रू0 1,00,000/- का पुरस्कार घोषित है, वह अपने साथी चंद्रशेखर मुसहर के साथ आजमगढ़ में किसी से मिलकर बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम थाना सिधारी पुलिस को साथ लेकर भदुली बाई पास के पास उसका इन्तजार करने लगी। कुछ समय पष्चात 02 व्यक्ति पैदल आते दिखायी दिये, जिसे पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो दोनों व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर भागने लगे तो उनका पीछा किया गया, जिस पर दोनों व्यक्ति पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगे। पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की गयी, कुछ समय बाद फायरिंग बन्द होने के बाद बदमाशों के पास पुलिस पहुॅची तो सर्विस लेन पर एक व्यक्ति घायल अवस्था में गिरा हुआ पाया गया और दूसरा व्यक्ति अन्धेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया। घायल व्यक्ति के दाहिने पैर में गोली लगी थी, जिस पर उसे नजदीकी चिकित्सालय ले जाया गया जहॉ पर चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज किया गया है। घायल व्यक्ति ने अपना नाम जितेन्द्र मुसहर बताया एवं भागे हुए व्यक्ति का नाम चन्द्रषेखर मुसहर बताया। उल्लेखनीय है कि थाना क्षेत्र तरवॉ अन्तर्गत मन्दिर परिसर में सो रहे 01 पुजारी एवं 02 ग्रामीणों की हत्या कर डकैती की घटना हुई थी, जिसमें जितेन्द्र मुसहर आदि जेल गये थे। जेल में निरूद्ध के दौरान इनके द्वारा जेल में खाना बनाने का कार्य किया जा रहा था। इस दौरान दिनांक 18-08-2016 को रक्षाबन्धन के दिन खाना बनानेे के उपरान्त खाना बनाने वाले कलछुल, चादर एवं गमछे की मदद से जेल की दीवार फॉदकर अपने साथी चंद्रशेखर व प्रकाश के साथ फरार हो गया था। जितेन्द्र मुसहर द्वारा अपने गैंग के साथ विभिन्न जघन्य घटनाओं को अंजाम दिया गया है।
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