विकलांग अभ्यर्थी विकास के नाम पर परीक्षा दे रहा था मुकेश कुमार,10 से 12 हजार रुपये में तय हुआ था सौदा
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की दूसरे दिन की प्रारंभिक अर्हता लिखित (पीईटी) की पहली पाली में दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहा बिहार का युवक पकड़ा गया। शहर कोतवाली में पकड़ा गया युवक था तो वहीं जिसके नाम पर परीक्षा दे रहा था और वह फरार है, दोनों के विरुद्ध केंद्र व्यवस्थापक के तहरीर पर विधिक कार्रवाई की गई। परीक्षा केंद्र शिब्ली नेशनल इंटर कालेज के बी ब्लाक के कक्ष संख्या-34 में केंद्राध्यक्ष जैद नुरुल्लाह चेकिंग कर रहे थे। आशंका होेने पर विकास यादव के नाम पर परीक्षा दे रहे युवक से कड़ाई से पूछताछ की और अभिलेखों का मिलान किया तो फर्जी निकला। पकड़ गए व्यक्ति ने अपना बनाम मुकेश कुमार पुत्र चुनचुन शाह निवासी ग्राम सोनवर्षा, थाना सिंघवालिया जिला गोपालगंज बिहार बताया। मुकेश कुमार के पास मिला आधार कार्ड आजमगढ़ के तहसील फूलपुर के ऊदपुर का मिला। प्रवेश पत्र पर भी फोटो भिन्न मिला। प्रवेश पत्र पर स्कैन किया गया फोटो भी भिन्न पाया गया। पूछताछ में पहले तो मुकेश कुमार ने अपने को विकलांग बताया। लेकिन जब उसका हाथ देखा गया तो वह सही था। जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि पकड़े गए युवक मुकेश कुमार ने बताया कि लगभग छह माह पूर्व वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर विकास से मुलाकात हुई थी। विकास यादव विकलांग है। उसम समय दोनों ने उत्तर पुस्तिका का मिलान किया तो मुकेश कुमार के अनुसार प्रश्न सही मिले। दोनों में ऐसी दोस्ती हुई कि विकास ने कहा कि यदि मुझे कोई परीक्षा देनी होगी तो मेरे स्थान पर आप परीक्षा देंगे। पीईटी की परीक्षा के समय विकास ने संपर्क किया। विकलांग होने के कारण विकास का गृह जिले में ही सेंटर पड़ा। मामला 10-12 हजार रुपये में तय हुआ। एडवांस में दो हजार रुपये मिले थे। परीक्षा शुरू होते समय विकास यादव परीक्षा केंद्र के बाहर मुकेश कुमार का मोबाइल लेकर खड़ा था। जब मुकेश पकड़ा गया तो वह फरार हाे गया।
Blogger Comment
Facebook Comment