कार में हत्या कर गाजीपुर में दिया गया था एक्सिडेंट का रूप
हत्या में प्रयुक्त कार, राड, मृतक का पैन कार्ड व फोटो बरामद
आजमगढ़ : देवगांव पुलिस ने सोमवार को गायत्री मोड से हत्या के गवाह रामदुलार यादव की हत्या कर दुर्घटना का स्वरूप देने के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से हत्या में प्रयुक्त कार व राड बरामद हुआ है। मुकदमे में पैरवी करने व सुलह न करने पर हत्या कर शव को गाजीपुर के खानपुर थाना क्षेत्र के इंटर कालेज अठगांवा के पास सड़क पर फेंक दिए थे।मेंहनगर के मालपार गांव में वर्ष 2019 में छप्पर ऊठाते समय गोलियों की बौछार करके अवधेश यादव की हत्या कर दी गई थी। इसमें अवधेश यादव की पत्नी गीता की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा मेंहनगर थाना में दर्ज हुआ था। मालपार निवासी रामदुलार यादव गवाह होने के कारण गीता देवी को मुकदमे की पैरवी के लिए साथ ले जाने लगे। गवाही न कराने को लेकर विपक्षी रामदुलार पर दबाव बनाने लगे। वर्ष 2021 में मुकदमे में सुलह करने हेतु दबाव बनाने के लिए विपक्षी कमलेश यादव ने साजिश के तहत कैलाश यादव के पैर में चार गोली मारकर कैलाश यादव की पत्नी मालती देवी से बंटी, रामदुलार, चंदन, शुभम, रंजना पर मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने जांच में घटना फर्जी पाए जाने पर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दिया। 21 फरवरी 2023 को हत्या के केस के गवाह रामदुलार यादव को निहोरा बाजार से मेडिकल स्टोर बंद कर घर जाते समय चकिया बाजार में संजय गुप्ता की चाय की दुकान पर रोक कर सुलह का प्रलोभन दिए। इंकार करने पर तहसीलदार यादव व आशीष यादव रेनाल्ट डस्टर गाड़ी में जबरन बैठाकर लोहे के राड से मारकर हत्या कर दी गई। उसके बाद शव को ले जाकर गाजीपुर के इंटर कालेज अठगांवा के सामने सड़क फेंककर उसके आगे बाइक व हेलमेट रखकर दुर्घटना का रूप दिया। मृतक रामदुलार यादव के पुत्र सूरज की तहरीर पर गाजीपुर के थाना खानपुर में मुकदमा दर्ज हुआ। सूरज की मांग पर एडीजी वाराणसी ने मुकदमा काे आजमगढ़ स्थानांतरण कर दिया। विवेचना देवगांव थाना इंचार्ज गजानंद चौबे कर रहे थे। मुखबिर की सूचना पर उन्होंने आरोपित मऊ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र के भवनपुरा निवासी आशीष यादव उर्फ अनिल व तरवां थाना के भुवालपुर निवासी तहसीलदार यादव को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से हत्या में प्रयुक्त लोहे का राड, डस्टर कार, मृतक का पैन कार्ड व फोटो बरामद किया। एएसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि मामले की जांच जारी है। इसमें शामिल अन्य की तलाश की जा रही है।पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों ने बताया कि रामदुलार यादव मुकदम में गवाह थे। इसके कारण आशीष, तहसीलदार यादव, कमलेश यादव, वेलाश यादव, अनिल उर्फ लालू, चंद्रजीत यादव उर्फ पत्तर के साथ मिलकर रामदुलार यादव की हत्या की योजना बनाई थी। गाड़ी की व्यवस्था आशीष व तहसीलदार यादव ने की थी। आशीष व तहसीलदार यादव योजना के अनुसार घटना को अंजाम दिए।
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