साईं इण्टर नेशनल स्कूल में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं चन्द्रशेखर आजाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की गयी
आजमगढ़: ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के तत्वावधान में शनिवार को तिलक एवं आजाद जयंती मनाई गयी।प्रातः 8 बजे हर्रा की चुंगी स्थित अमर शहीद प0 चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया । जिसमे अध्यक्ष ब्रजेश नंदन पाण्डेय,महामंत्री मनोज कुमार त्रिपाठी,विश्वदेव उपाध्याय,महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष माधुरी दुबे,सतीश मिश्र,गिरिजा सुवन पाण्डेय,कृष्ण कुमार पाण्डेय ,अवनीश पाण्डेय,निशीथ रंजन तिवारी,गणेश पाण्डेय ,राहुल पाण्डेय,प्रवेश दीक्षित आदि उपस्थित थे । इसके बाद पुनः शाम 3 बजे पूरा पाण्डेय स्थित भदुली बाजार के निकट साईं इण्टर नेशनल स्कूल में प0 लोक मान्य बाल गंगाधर तिलक एवं प0 चन्द्र शेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर दोनों महान विभूतियों व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की गयी । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिल कुमार मिश्र ने कहा कि तिलक जी स्वदेशी आन्दोलन के जन्म दाता थे । तिलक जी ने नारा दिया कि स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है ओर मैं इसे लेकर रहूँगा और उन्होंने इस नारे के मध्यमा से स्वाधीनता की लड़ाई को अन्तिम लक्ष्य तक पहुँचाया । तिलक जी सच्चे अर्थों में भारत के निर्माता थे ,और उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन देश की सेवा के लिए सपर्पित कर दिया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के जिलाध्यक्ष ब्रजेश नन्दन पाण्डेय ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी पण्डित लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे,उन्होंने एक आदर्श शिक्षक,सफल पत्रकार,दूरदर्शी राजनेता तथा महान समाज सुधारक के रूप में इस देश की महान सेवा किया ।उनका जन्म 1856 में महाराष्ट्र के रत्नागिरि जनपद के चिरवली नामक गांव में हुआ था। इस दौरान कार्यक्रम का संचालन करते हुए अपने सम्बोधन के दौरान महामंत्री मनोज कुमार त्रिपाठी ने बताया कि महान क्रांतिकारी अमर शहीद पण्डित चन्द्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 में मध्य प्रदेश के झाबुआ जनपद के भावरा ग्राम में हुआ था ।इनके पिता का नाम सीता राम तिवारी एवं माता का नाम जगरानी देवी था । काकोरी ट्रेन लूट काण्ड एवं साण्डर्स की हत्या में प्रमुख भूमिका का निर्वाह के कारण चन्द्र शेखर आजाद का नाम भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित उपायुक्त एस आई बी जी एस टी राज नाथ तिवारी ने इस देश की जनता के मन मे विश्वास पैदा किया कि कर्म का राष्ट्रीय फल स्वराज्य है । इस अवसर पर शिक्षक एवं कवि देवेंद्र कुमार त्रिपाठी देव ने अपनी स्व रचित रचना के माध्यम से देश के दोनों महान विभूतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला । कार्यक्रम के दौरान जनपद के प्रतिभान छात्र सोमेश्वर देव त्रिपाठी को सम्मानित भी किया गया । कार्यक्रम के दौरान साईं शक्ति स्कूल एवं साईं इण्टर नेशनल स्कूल के संस्थापक भागवत प्रसाद तिवारी तथा स्कूल के एमडी शशांक तिवारी एवं आकाश तिवारी ने मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का माल्यार्पण एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। अध्यक्षता ब्रजेश नन्दन पाण्डेय एवं संचालन महामंत्री मनोज कुमार त्रिपाठी ने किया । इस दौरान के दौरान संरक्षक डा० दुर्गा द्विवेदी, विश्वदेव उपाध्याय,सतीश मिश्र, माधुरी दुबे,गिरिजा सुवन पाण्डेय, इं कैलाश चतुर्वेदी,गंगा शंकर मिश्र,कृष्ण कुमार पाण्डेय,गणेश पाण्डेय,निशीथ रंजन तिवारी,अवनीश पाण्डेय, अनिल पाण्डेय,राहुल पाण्डेय,प्रवेश दीक्षित ,हरिराम उपाध्याय,,अवधेश उपाध्याय,गंगा शंकर मिश्र,रामाश्रय उपाध्याय,उपेंद्र दत्त शुक्ला, पंकज तिवारी ,राम कवल चतुर्वेदी,उमा कांत तिवारी, रामाश्रय उपाध्याय,पीयूष त्रिपाठी,दिनेश तिवारी,रुद्र नाथ चौबे,ओम प्रकाश मिश्र, डी एस त्रिपाठी,माहेश्वरी पाण्डेय,सुबास पाण्डेय,वैभव पाण्डेय,अवधेश उपाध्याय,अनिल चतुर्वेदी,आदि उपास्थि थे ।
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