झांकियां उन स्थानों की है जो श्रीराम के काल में पवित्र हुए
आजमगढ़: हरिऔध कला केंद्र केंद्र में प्रख्यात कलाकार अरुण गोविल ने रामायण सर्किट द्वारा लगाई गई श्री राम वन गमन स्थल प्रदर्शनी एवं फाउंडेशन के कलाकारों द्वारा बनाई गई रामायण की झांकी का अवलोकन किया। यह झांकी है उन स्थानों की जो श्रीराम के काल में पवित्र हुए। श्रीराम सांस्कृतिक शोध संस्थान न्यास के शोधकर्ता डॉ. रामअवतार ने अनेकों बार स्वयं इन स्थलों की यात्रा की है ये चित्र उन्हीं यात्राओं की देन हैं। हम सभी उन स्थानों पर तो नहीं जा सकते लेकिन उन स्थानों के प्रदर्शनी में दर्शन कर सकते हैं जहाँ से यादे जुड़ीं हैं, श्रीराम की, माँ सीता की, भाई लक्ष्मण की, वीर हनुमान की। कुछ स्थलों पर अब भव्य मंदिर बन गए हैं तो कुछ आज भी हैं उसी रूप में हैं जैसे कल ही श्री राम-जानकी यात्रा कर के गए हों। इस अवसर पर संयोजक पवन कुमार सिंह, डॉक्टर दुर्गा प्रसाद अस्थाना, डॉ मनोज मिश्र समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
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