आयुष्मान कार्ड बनाने को संबद्ध अस्पतालों जांच के निर्देश
‘निक्षय मित्र’ बनकर टीबी के मरीजों को ले सकते हैं गोद
आजमगढ़: डीएम विशाल भारद्वाज ने बुधवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनाने की समीक्षा की। सीएमओ को आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए संबद्ध निजी चिकित्सालयों का आइएमए से निर्धारित मानक को चेक करने के निर्देश दिए। कहा कि मानक के अनुरूप न पाए जाने पर चिकित्सालयों को बंद किया जाए। कहा कि एक सप्ताह के अंदर आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए शेष निजी चिकित्सालयों को संबद्ध किया जाए। डीएम ने निजी चिकित्सालयों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि पात्र लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनाना सुनिश्चित करें और कार्ड धारक लाभार्थियों का निर्धारित मानक के अनुरूप इलाज कराना सुनिश्चित करें। यदि भी निर्देश दिये कि जन्म लेने वाले बच्चों को समय पर लगने वाले टीकों को लगाना सुनिश्चित किया जाए। सभी प्राइवेट चिकित्सालय लगाए जाने वाले टीकाकरण एवं इलाज का कुल आंकड़ा सीएमओ को प्रत्येक माह उपलब्ध कराएं। कहा कि ‘निक्षय मित्र’ बनकर टीबी के मरीजों को गोद (एडाप ) ले सकते हैं। प्रत्येक माह आने वाली टीबी के मरीजों को चिह्नित कर उनकी सूची सीएमओ को उपलब्ध कराएं, जिससे उन्हें अनुमन्य अन्य सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। सभी निजी चिकित्सालय जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण की सूचना नगर निगायों के ईओ से मिलकर पोर्टल पर फीड कराना सुनिश्चित करें। सीडीओ आनंद कुमार शुक्ला, एडीएम प्रशासन अनिल कुमार मिश्र, सीएमओ डा. आइएन तिवारी, डिप्टी सीएमओ सहित निजी चिकित्सालयों के प्रतिनिधि थे।
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