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गोल्डेन कार्ड बनाने और निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में लायें तेजी: मण्डलायुक्त


लक्ष्य की प्राप्ति हेतु स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य विभागों का सहयोग लें - मनीष चौहान

आज़मगढ़ 31 जनवरी -- मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने कहा है कि प्रधानमन्त्री जन आरोग्य योजना-आयुष्मान भारत योजना जो सरकार द्वारा वित्त-पोषित विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा/आश्वासन योजना है, से मण्डल के सभी पात्र लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड उपलब्ध कराकर शत प्रतिशत संतृप्त किया जाय। उन्होंने इस सम्बन्ध में अपर निदेशक, स्वास्थ्य एवं तीनों जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि लक्ष्य की प्राप्ति हेतु स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य विभागों का सहयोग लिया जाय। मण्डलायुक्त श्री चौहान द्वारा गत दिवस मण्डलीय समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देश के क्रम में अपर निदेशक, स्वास्थ्य डा. ओपी तिवारी द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं तथा मण्डल के जनपदों में योजना की प्रगति के सम्बन्ध में उपलब्ध कराये गये विवरण की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए कहा कि इस योजना में देश के किसी भी सरकारी व सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में स्वास्थ्य उपचार के लिए प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक की धनराशि प्रतिवर्ष उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना के अन्तर्गत गोल्डेन कार्ड धारक लाभार्थी को अस्पताल में भर्ती होने से तीन दिन पहले और 15 दिन बाद तक का उपचार, जाॅंच एवं दवाइयाॅं आदि मुफ्त उपलब्ध होती हैं तथा लाभार्थी इसका लाभ पूरे देश में किसी भी सरकारी अस्पताल अथवा किसी भी सूचीबद्ध निजी अस्पताल से ले सकता है। इसके साथ ही इस योजना में लगभग 1670 प्रक्रियायें और पैकेज शामिल हैं। इस योजना में गंभीर बीमारियों का इलाज के साथ ही डायलिसिस, डबल वाल्व रिप्लेसमेन्ट, बाइपास सर्जरी, एनजीओ प्लास्टी आदि की सुविधा भी मुफ्त प्रदान की जाती है।
मण्डलायुक्त श्री चौहान ने कहा कि इस योजना में इतनी सारी सुविधायें उपलब्ध होने के बावजूद जनपद आज़मगढ़ में कुल 462286, मऊ में 314869 एवं बलिया में 451912 गोल्डेन कार्ड बनाये जा सके हैं, जिसके सापेक्ष इस वर्ष आज़मगढ़ में 9466, मऊ में 7383 एवं बलिया में 5424 लाभार्थी उपचारित हुए हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि आमजन को योजना के सम्बन्ध में पूरी जानकारी नहीं है। मण्डल में गोल्डेन कार्ड बनाने हेतु माह अक्टूबर से अभियान प्रारम्भ किया गया है। इस सम्बन्ध में अपर निदेशक, स्वास्थ्य ने इस अवधि में बने गोल्डेन कार्ड का विवरण देते हुए बताया कि माह अक्टूबर में आज़मगढ़ में 6664, मऊ में 88916, बलिया में 7734, नवम्बर में आज़मगढ़ में 66324, मऊ में 27372, बलिया में 35623 बने हैं, जबकि दिसम्बर में आज़मगढ़ में 111686, मऊ में 89254 एवं बलिया में 35330 कार्ड बनाये गये हैं, जिसमें आशाओं, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों एवं पंचायत सहायकों का सराहनीय योगदान रहा है। अपर निदेशक ने यह भी बताया कि गोल्डेन कार्ड के लिए पात्र लाभार्थियों की सूची सभी जिला चिकित्सालयों (महिला/पुरुष), सीएचसी, पंचायत भवन पर उपलब्ध है एवं गोल्डेन कार्ड भी वहीं बनाये जा रहे हैं। उन्होंने सभी लाभार्थियों से कहा कि सूची से अपना नाम मिलान कर शीघ्र गोल्डेन कार्ड बनवा लें। उन्होने यह भी बताया कि लाभार्थियों की सूची में नाम मालूम करने के लिए टोल फ्री नं0 14555 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।
मण्डलायुक्त श्री चौहान ने निर्देश दिया कि योजना के तहत मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी जन जन तक पहुंचाने के दृष्टिगत सभी जिला चिकित्सालयों, सीएचसी, पीएचसी, विकास खण्डों, पंचायत भवनों आदि पर वाल राइटिंग कराई जाय तथा व्यापक प्रचार प्रसार हेतु अन्य संसाधनों का भी उपयोग किया जाय। समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त ने पाया कि आज़मगढ़ के 25, मऊ के 12 एवं बलिया के 14 प्राइवेट चिकित्सालय आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत सूचीबद्ध हैं। उन्होंने इसे अत्यन्त कम बताते हुए अपर निदेशक, स्वास्थ्य को निर्देशित किया कि जनपदों में तत्काल सीएमओ के माध्यम से जिलाधिकारी की अध्यक्षता में निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक कराकर अधिक से अधिक प्राइवेट अस्पतालों को इस योजना से सूचीबद्ध करें, इससे लाभार्थियों को इलाज हेतु अन्यत्र जाने की आवश्यता नहीं पड़ेगी तथा उन्हें योजना से स्थानीय स्तर पर ही लाभान्वित किया जा सकेगा। उन्होने वालराइटिंग, प्रचार प्रसार एवं अधिक से अधिक निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध कराने की जिम्मेदारी अपर निदेशक, स्वास्थ्य को सौंपते हुए निर्देश दिया कि तत्काल इस पर कार्यवाही प्रारम्भ करायें तथा प्रति सप्ताह प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि खाद्य एवं रसद विभाग का सहयोग लेकर खाद्यान्न वितरण की तिथियों में दुकानों पर उपस्थित लोगों को योजना के सम्बन्ध में पूरी पूरी जानकारी दी जाये तथा मौके पर ही उनके गोल्डेन कार्ड बनाये जायें। इसके साथ ही श्रम विभाग के माध्यम से पंजीकृत सभी श्रमिकों का भी गोल्डेन कार्ड बनाया जाय। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने गोल्डेन कार्ड बनाने में अपेक्षित प्रगति लाने के दृष्टिगत अपर निदेशक, स्वास्थ्य को निर्देश दिया गोल्डेन कार्ड बनाने तथा योजना के तहत मिलने वाले लाभों के प्रचार प्रसार की स्थिति की नियमित रूप से समीक्षा करें तथा समय-समय पर वस्तुस्थिति से अवगत कराते रहें, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनपदों में वास्तविक लाभार्थी परिवारों के कराये जा रहे सर्वेक्षण कार्य को पूर्ण होने की प्रतीक्षा किये बगैर गोल्डेन कार्ड बनाने का कार्य अनवरत रूप से जारी रखा जाय ताकि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद अवशेष लाभार्थी परिवारों का गोल्डेन कार्ड शीघ्र बनाया जा सके।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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