गेटमैन से विद्युतीकृत खंड पर सावधानियों के बारे में ली जानकारी
ट्राली निरीक्षण करते हुए पहुंचे सठियांव, मानक पर मिले सभी कार्य
आजमगढ़: यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के मऊ-शाहगंज रेल खंड के दोहरीकरण कार्य के अंतर्गत दोहरीकृत फरिहा-सठियांव तक 29.38 किमी नवनिर्मित अप लाइन एवं आजमगढ़-फरीहा नवनिर्मित डाउन लाइन का संरक्षा परीक्षण मंगलवार को किया गया। पूर्वोत्तर सर्किल के रेल संरक्षा आयुक्त मो. लतीफ खान ने दोहरीकरण व विद्युतकरण की बारीकियों को परखा।उन्होंने फरिहां रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते हुए सेक्शन के मानक के अनुरूप स्टेशन की पूर्ण ब्लाक वर्किंग, सिगनलों की स्टैंछर्ड आईआई (आर) में इंटरलाकिंग, कलर लाइट सिग्नलिंग, स्टेशन पैनल, इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम के साथ पाइंट्स और सिग्नलों के रूट सेटिंग की जांच की। मानक के अनुरूप यार्ड प्लान, न्यूट्रल सेक्शन, पावर सब स्टेशन, स्टेशन वर्किंग रूल, पैदल उपरिगामी पुल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊंचाई ,ब्लाक ओवर लैप, फीडर पावर सप्लाई वितरण प्रणाली मिला। समपार फटक संख्या-40 का भी संरक्षा निरीक्षण किया और गेट मैन से दोहरीकृत व विद्युतीकृत खंड पर बरते जाने वाली सावधानियों एवं कार्यप्रणाली पर संरक्षा प्रश्न पूछा। उत्तर पाकर संतुष्ट हुए । रेल संरक्षा आयुक्त फरिहा-सरायरानी ट्राली निरीक्षण करते हुए सरायरानी स्टेशन पहुंचे।इसके बाद आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का गहन निरीक्षण किया। फेफना-इंदारा 50 किमी और मऊ-शाहगंज 99.75 किमी सेक्शन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण के कार्य को पिंक बुक आइटम नंबर 12 के तहत मंजूरी दी गई थी। 1028.95 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से तैयार किया गया है।बताया कि लाइनों के दोहरीकरण से एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करके भीड़भाड़ वाले उत्तर मध्य रेलवे मार्ग पर दबाव कम हो जाएगा।आम जनता से अपील किया कि दोहरीकृत समझें, रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें । मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजीव कुमार, वाराणसी मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पांडेय, मुख्य परियोजना प्रबंधक विकास चंद्रा, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर पवन कुमार, मुख्य विद्युत डिजाइन इंजीनियर सुदेश कुमार, उप रेल संरक्षा आयुक्त बलबीर यादव, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर राकेश रंजन, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक एपी सिंह, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी आशुतोष शुक्ला, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (कर्षण) आरएन सिंह, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल सिग्नल रजत प्रिय, मंडल इंजीनियर पीपी कुजुर आदि थे।
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